Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Dec, 2017 06:05 AM
सबसे खुशहाल प्रदेश पंजाब की एक तस्वीर यह भी है कि यहां की महिलाएं व युवक प्रदेश में काम न मिलने के कारण पड़ोसी प्रदेश हिमाचल की फैक्टरियों में मजदूरी व बहुत कम वेतन पर काम करने को मजबूर हैं।
गढ़शंकर (शोरी): सबसे खुशहाल प्रदेश पंजाब की एक तस्वीर यह भी है कि यहां की महिलाएं व युवक प्रदेश में काम न मिलने के कारण पड़ोसी प्रदेश हिमाचल की फैक्टरियों में मजदूरी व बहुत कम वेतन पर काम करने को मजबूर हैं।
हिमाचल के ऊना जिले के टाहलीवाल कस्बे में काफी फैक्टरियां पिछले समय दौरान लगी हैं। इन फैक्टरियों में मजदूरों की मांग ज्यादातर पंजाब की तहसील गढ़शंकर के बीत क्षेत्र व गढ़शंकर शहर के आसपास के गांवों से ही पूरी हो रही है।
रोजगार की खातिर ये लोग सुबह 6 बजे घर से निकलते हैं व रात करीब 8 बजे के आसपास अपने घर वापस आते हैं। इनमें से ज्यादातर महिलाएं हैं। 14 घंटे की इस अवधि हेतु उनको मात्र 5 से 8 हजार रुपए ही मिल पाते हैं। यदि पंजाब सरकार बीत क्षेत्र में फैक्टरियां लगाए तो इससे एक तो स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा, दूसरे आने-जाने में व्यर्थ जाने वाला इन मजदूरों का समय भी बचेगा।
एक और बात जो सामने आई है, वो यह है कि कई फैक्टरियों वाले महिलाओं को रोजगार देने में महत्व देते हैं जिसका कारण एक तो सस्ती लेबर व दूसरे उनका जिम्मेदारी से काम करना। बहरहाल फैक्टरियों के मालिक जो पगार इस लेबर को देते हैं व इस लेबर का जितना समय घर से निकलने से लेकर वापस घर पहुंचने तक लगता है, उस हिसाब से यह आमदन कुछ भी नहीं है।