Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Dec, 2017 01:02 PM
नई दाना मंडी के पास 40 साल पहले बनाया गया खालसा एलीमैंट्री प्राइमरी स्कूल सुविधाओं से वंचित है। इस स्कूल की बिल्डिंग सड़क की अपेक्षा 3 फुट से अधिक नीची है। बारिश होने से ग्राऊंड में पानी भर जाता है और बच्चों और स्टाफ का आना-जाना मुश्किल हो जाता है।
श्री मुक्तसर साहिब(दर्दी): नई दाना मंडी के पास 40 साल पहले बनाया गया खालसा एलीमैंट्री प्राइमरी स्कूल सुविधाओं से वंचित है। इस स्कूल की बिल्डिंग सड़क की अपेक्षा 3 फुट से अधिक नीची है। बारिश होने से ग्राऊंड में पानी भर जाता है और बच्चों और स्टाफ का आना-जाना मुश्किल हो जाता है।
इस स्कूल में 4 अध्यापकों (ठेके पर) का स्टाफ हैं जिनको केवल 5 हजार रुपए प्रति महीना वेतन मिलता है। अध्यापकों ने बताया कि यह स्कूल सरकार की सहायता से चल रहा है जबकि इसकी बिल्डिंग दानी लोगों की तरफ से बनाकर दी गई थी। स्टाफ ने बताया कि बच्चों के लिए किताबें और मिड-डे मील के लिए ग्रांट सरकार की ओर से दी जाती है परन्तु बिल्डिंग की मुरम्मत आदि किसी संस्था या विभाग की ओर से नहीं करवाई जा रही।
इस स्कूल में 217 बच्चे हैं परन्तु गरीब परिवार के बच्चे होने के कारण वे अपने मां-बाप के साथ समय-समय पर फसलों की बिजाई या कटाई समय स्कूल से अनुपस्थित हो जाते हैं। आमतौर पर 150 के करीब बच्चे ही पहली से 5वीं क्लास तक उपस्थित रहते हैं। स्कूल के बच्चों के लिए काफी पुराना बना एक ही शौचालय है जिससे बच्चे और स्टाफ गुजारा करते हैं। इस स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को वॢदयां और बूट आदि समाज सेवी संस्थाओं की ओर से दान दिए जाते हैं। श्री मुक्तसर साहिब में भलाई के काम कर रही संस्था सरबत का भला के प्रधान गुरविन्दर सिंह बराड़ ने बताया कि उक्त संस्था स्कूल के लिए नई बिल्डिंग बनाकर देने को तैयार है, यदि इस स्कूल की प्रबंधकीय कमेटी स्कूल वाली जगह संस्था के नाम कर दे। यह संस्था समाज सेवा और बच्चों की कोई न कोई सहायता करती रहती है।