Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 02:08 PM
दिल्ली से अमृतसर एक काले रंग की बी.एम. डब्ल्यू. कार में अमर्यादित ढंग से पिछली सीट पर रखकर ले जाए जा रहे हिन्दी में प्रकाशित श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को सत्कार कमेटी के सदस्यों ने लुधियाना से ट्रैप लगाकर रात लगभग 8.42 बजे करतारपुर जी.टी....
करतारपुर (साहनी): दिल्ली से अमृतसर एक काले रंग की बी.एम. डब्ल्यू. कार में अमर्यादित ढंग से पिछली सीट पर रखकर ले जाए जा रहे हिन्दी में प्रकाशित श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को सत्कार कमेटी के सदस्यों ने लुधियाना से ट्रैप लगाकर रात लगभग 8.42 बजे करतारपुर जी.टी. रोड पर पकड़ा। सत्कार कमेटी के सुखजीत सिंह ने बताया कि सायं लगभग साढ़े 7 बजे उन्हें लुधियाना से फोन आया कि बी.एम.डब्ल्यू. कार (नम्बर सी. एच.01 2444) की पिछली सीट पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को अमर्यादित ढंग से ले जाया जा रहा है। इस गाड़ी में एक नौजवान व औरत सवार है। यह गाड़ी कुछ खराबी के कारण लुधियाना साहनेवाल के पास एक वर्कशॉप में रुकी थी। वहींं से यह मामला प्रकाश में आया।
इस संबंधी सत्कार कमेटी ने जगह-जगह नौजवानों को ऐसी गाड़ी पकडऩे के लिए भेजा। अंतत: करतारपुर जी.टी. रोड पर गुरप्रीत सिंह गोपी, कमलजीत सिंह, नवजोत सिंह व अन्य युवकों ने गाड़ी पकड़ ली। गाड़ी में एक नौजवान अर्जुन, जोकि संधू कालोनी अमृतसर का वासी है एवं गाड़ी का ड्राइवर है, उसके साथ गाड़ी के मालिक की नौकरानी थी, जोकि दिल्ली से इन स्वरूपों को अमृतसर ले जा रहे थे। अर्जुन ने बताया कि वे अपने मालिक विकास मेहरा पुत्र रवि मेहरा वासी जोशी कालोनी अमृतसर है, के दिल्ली स्थित घर से इन श्री गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को अमृतसर लेकर जा रहे थे। सुरजीत सिंह ने बताया कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब किसी की निजी सम्पत्ति नहीं है पर इन्हें ले जाने के लिए भी मर्यादा है।
इन्हें सिख नंगे पांव सम्मानपूर्वक ले जाते हैं परन्तु गाड़ी में ड्राइवर व औरत ने पैरों में जूते पहन रखे थे एवं गंदे कपड़े में श्री ग्रंथ साहिब लपेटे हुए थे, जिससे हर सिख की भावनाएं आहत होती हैं। खबर लिखे जाने तक उक्त ड्राइवर के मालिक जोकि अमृतसर में थे, करतारपुर के लिए चल पड़े थे। मौके पर पहुंचे डी.एस.पी. सर्बजीत राय व थाना प्रभारी परमजीत सिंह ने बताया कि देर रात थाने पहुंचे विकास मेहरा ने सत्कार कमेटी के समक्ष इस घटना को भूल बताते हुए क्षमा मांगी एवं पुलिस ने दोनों को शांत करवा दिया।