Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 03:20 PM
माइनिंग के संबंध में दर्ज हुए झूठे केस को रद्द करवाने के लिए भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा द्वारा डी.सी. दफ्तर आगे धरना लगा कर नारेबाजी की गई और झूठा केस रद्द करने की मांग की गई। संबोधित करते हुए परमिंद्र सिंह हंडियाया ने कहा कि पुलिस ने किसान...
बरनाला (विवेक सिंधवानी, गोयल): माइनिंग के संबंध में दर्ज हुए झूठे केस को रद्द करवाने के लिए भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा द्वारा डी.सी. दफ्तर आगे धरना लगा कर नारेबाजी की गई और झूठा केस रद्द करने की मांग की गई। संबोधित करते हुए परमिंद्र सिंह हंडियाया ने कहा कि पुलिस ने किसान गुरजंट सिंह, विधवा रणजीत कौर, गुरदीप सिंह और लखवीन खुड्डी कलां पर माइनिंग के नाम पर झूठा केस दर्ज किया है। एक तरफ सरकार की किसान, मजदूर विरोधी नीतियों के कारण किसान और मजदूर आर्थिक पक्ष से कमजोर हो रहा है व लगातार आत्महत्या कर रहा है।
दूसरी ओर स्थानीय प्रशासन भी उनकी नीतियों पर चलते हुए किसानों पर माइनिंग के नाम पर झूठे केस दर्ज कर रहा है जबकि उन्होंने माइनिंग की मंजूरी ली हुई है। मिट्टी उठाने के 86667 रुपए भी जमा करवाए हुए हैं। उन्होंने मांग की कि झूठे केस रद्द किए जाएं और जेल में बंद किए किसान को तुरंत रिहा किया जाए। अगर प्रशासन इस मांग को नही मानता तो संगठन तीव्र संघर्ष करने के लिए मजबूर होगा।