Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Nov, 2017 01:30 PM
किसान संघर्ष कमेटी पंजाब की गांव इबराहिमवाल के फोकल प्वाइंट में सैंकड़ों किसान, मजदूरों, महिलाओं ने किसान नेता सर्बजीत सिंह हबल व कुलदीप सिंह की अध्यक्षता में मीटिंग हुई जिसमें मता पास किया गया कि 2007 में किसानों को किस्तें भरवा कर अलॉट की जमीनों...
नडाला(स.ह.): किसान संघर्ष कमेटी पंजाब की गांव इबराहिमवाल के फोकल प्वाइंट में सैंकड़ों किसान, मजदूरों, महिलाओं ने किसान नेता सर्बजीत सिंह हबल व कुलदीप सिंह की अध्यक्षता में मीटिंग हुई जिसमें मता पास किया गया कि 2007 में किसानों को किस्तें भरवा कर अलॉट की जमीनों की रजिस्ट्री तोड़ दी गई की दोबारा किसानों के नाम रजिस्ट्रयां बहाल करके इंतकाल की जाए। इस दौरान किसानों व मजदूरों द्वारा पंजाब व केंद्र सरकार का पुलता जला नारेबाजी की गई।
प्रदेशाध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि केंद्र व पंजाब सरकार द्वारा बड़े कॉर्पोरेट घरानों के हक में नीतियां तैयार करके लागू की जा रही हैं जिस कारण किसान हित पूरी तरह बर्बाद हो गए हैं, हर रोज 3-4 किसान-मजदूर आत्महत्याएं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी व कैप्टन सरकार किसानों का पूरा कर्जा माफ करे व स्वामीनाथन कमीशन के अनुसार फसलों के मूल्य तय किए जाएं।