Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Nov, 2017 08:09 AM
सरकारी स्कूलों को वर्दियां बेचने वाले दुकानदारों द्वारा बड़े स्तर पर की गई टैक्स चोरी का पर्दाफाश करते हुए स्थानीय पटेल नगर निवासी आर.टी.आई. एक्टीविस्ट संदीप मलूजा ने आबकारी व कर विभाग को 4,36,768 रुपए की वसूली करवाने में कामयाबी हासिल की है।
मलोट (विकास): सरकारी स्कूलों को वर्दियां बेचने वाले दुकानदारों द्वारा बड़े स्तर पर की गई टैक्स चोरी का पर्दाफाश करते हुए स्थानीय पटेल नगर निवासी आर.टी.आई. एक्टीविस्ट संदीप मलूजा ने आबकारी व कर विभाग को 4,36,768 रुपए की वसूली करवाने में कामयाबी हासिल की है। टैक्स चोरी के इस मामले का खुलासा करने वाले संदीप मलूजा को पहले बिक्री कर विभाग द्वारा व अब पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय से पत्र आने के बाद सरकार से रिवार्ड की राशि मिलने की उम्मीद जगी है।
इस बारे में संदीप मलूजा ने बताया कि सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत सरकारी स्कूलों के पहली से 8वीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूलों द्वारा वॢदयों की खरीद की जाती है। गत वर्ष जिला श्री मुक्तसर साहिब में इन वर्दियां की खरीद पर करीब 2 करोड़ 87 लाख रुपए खर्च किए गए। जब उन्हें वर्दियां की खरीद के मामले में टैक्स चोरी का पता चला तो पहले श्री मलूजा ने जिला शिक्षा अधिकारी से आर.टी.आई. के जरिए वर्ष 2015 व 2016 में खरीदी गई वर्दियां के बिल मांगे।
इस आर.टी.आई. के जवाब के दौरान चौंकाने वाली यह बात सामने आई कि जिन दुकानदारों ने स्कूलों को वर्दियां बेचीं उनमें से कई दुकानदारों के पास वैट, टोट या फिर राहत योजना के अंतर्गत बिक्री कर विभाग का कोई पंजीकृत नंबर ही नहीं था व ऐसे दुकानदारों ने एस्टीमेट बिलों पर ही सरकारी स्कूलों से चैकों द्वारा राशि प्राप्त कर ली।
बिक्री कर विभाग ने वसूले 3,13,089 रुपए
उन्होंने आर.टी.आई. के दौरान प्राप्त हुए बिलों की कापियां बिक्री कर विभाग के मलोट कार्यालय व श्री मुक्तसर साहिब कार्यालय को दीं। इस तरह टैक्स चोरी का मामला सामने आने पर बिक्री कर विभाग द्वारा वर्दियां बेचने वाले दुकानदारों को नोटिस भेजे गए। परिणामस्वरूप बिक्री कर विभाग बिक्री कर चोरी करने वाले दुकानदारों से अब तक 4,36,768 रुपए में से 3,13,089 रुपए वसूल कर चुका है और अभी भी कई दुकानदारों को बिक्री कर विभाग द्वारा नोटिस जारी किए गए हैं।
कहीं ऐसा मामला पूरे पंजाब में तो नहीं
आर.टी.आई. के जरिए बिक्री कर चोरी का बड़ा मामला सामने लाने वाले संदीप मलूजा ने आशंका जताई है कि यदि श्री मुक्तसर साहिब जिले में ऐसे एस्टीमेट बिलों से कई दुकानदारों द्वारा स्कूलों को वर्दियां बेचकर सरकार को चूना लगाया गया है तो कहीं पूरे पंजाब में तो इसी प्रकार नहीं हुआ। उन्होंने कहा है कि अगर पंजाब सरकार इस मामले की गहनता से जांच करे तो पंजाब सरकार को बिक्री कर की चोरी करने वालों से बड़ी राशि मिलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
शिक्षा विभाग द्वारा पक्के बिलों पर खरीद करने के निर्देश
जारी इस मामले को लेकर आर.टी.आई. एक्टीविस्ट संदीप मलूजा ने जब पंजाब की स्कूल शिक्षा के डायरैक्टर जनरल के समक्ष रखा व बिक्री कर चोरी होने संबंधी बताया तो उन्होंने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पत्र जारी कर सरकारी स्कूलों को वर्दियां की खरीद पक्के बिलों पर करने के निर्देश जारी किए।