Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 11:06 AM
नगर निगम में वित्तीय संकट के चलते कर्मचारियों को 2 माह से वेतन नहीं मिला है, जिससे कर्मचारियों ने संघर्ष का रास्ता अख्तियार कर लिया है। मंगलवार को निगम कार्यालय के लगभग सभी विभागों को ताले लगवा दिए गए।
अमृतसर (रमन): नगर निगम में वित्तीय संकट के चलते कर्मचारियों को 2 माह से वेतन नहीं मिला है, जिससे कर्मचारियों ने संघर्ष का रास्ता अख्तियार कर लिया है। मंगलवार को निगम कार्यालय के लगभग सभी विभागों को ताले लगवा दिए गए। कर्मचारियों ने निगम प्रशासन एवं सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली व नारेबाजी की। निगम के वित्तीय हालात इतने खराब हो चुके हैं कि निगम का दीवाला निकल चुका है। अधिकारी अपना समय निकाल रहे हैं, लेकिन कई कर्मचारियों को 3-3 माह से वेतन नहीं मिला, जिसको लेकर उन्हें कर्ज लेकर अपनी रोजी-रोटी चलानी पड़ रही है।
कमेटी के प्रधान हरजिन्द्र वालिया, कर्मजीत के.पी., मेजर सिंह आदि ने बताया कि कई बार निगम कमिश्नर को नोटिस दिया गया पर कोई फायदा नहीं हुआ। निगम में वेतन के लिए हर माह धरना प्रदर्शन करना पड़ता है। पहले निगम में पी.एफ., एल.आई.सी. की किश्तें नहीं जमा होती थीं, पर अब वेतन ही नहीं मिल रहा है। 2-2 साल से कर्मचारियों के पी.एफ. का पैसा जमा नहीं हुआ है, जिससे अब कर्मचारी कोर्ट का रास्ता अख्तियार करने को मजबूर हो गए हैं।
नगर निगम में पहले 65 पार्षद थे, उनका कार्यकाल खत्म हुए 2 माह पूरे हो गए हैं, लेकिन अभी तक उन्हें उनके पैंडिंग पैसे नहीं मिले जिससे आए दिन पेमैंट को लेकर निगम कार्यालय में उनके फोन आते रहते हैं। निगम कर्मचारियों को वेतन न मिलने का खामियाजा उनके बच्चों को स्कूल में भी भुगतना पड़ रहा है। स्कूलों में फीस न जमा होने पर उन्हें हर रोज कक्षा में फीस को लेकर खड़ा किया जाता है और उन्हें नोटिस जारी किए जा रहे हैं जिससे बच्चों की फीस में लेट फीस लगनी शुरू हो गई है।
निगम में 2 दिन से लोग हो रहे परेशान
निगम कार्यालय में हड़ताल कितने दिन की है किसी को नहीं पता लेकिन रोजाना अपना काम करवाने आते लोगों को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। लोगों के न तो जन्म-मृत्यु सर्टीफिकेट बन रहे हैं, न सीवरेज पानी की समस्याएं दूर की जा रही हैं। पानी के बिल आदि काऊंटरों पर काम नहीं हो रहे हैं।