Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Jan, 2018 10:09 AM
शिक्षा विभाग ने जिला अमृतसर के सरकारी, गैर-सरकारी और एडिड स्कूलों की ओर से यू-डाइस के अंतर्गत दी समूह जानकारी को नामंजूर कर दिया है। विभाग ने स्कूलों की ओर से दी जानकारी में भारी खामियां और झूठ होने के कारण स्कूलों को एक और मौका देते हुए 8 जनवरी तक...
अमृतसर(दलजीत): शिक्षा विभाग ने जिला अमृतसर के सरकारी, गैर-सरकारी और एडिड स्कूलों की ओर से यू-डाइस के अंतर्गत दी समूह जानकारी को नामंजूर कर दिया है। विभाग ने स्कूलों की ओर से दी जानकारी में भारी खामियां और झूठ होने के कारण स्कूलों को एक और मौका देते हुए 8 जनवरी तक ठीक जानकारी उपलब्ध करवाने के आदेश दिए हैं। विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि फिर भी खामियां या गलत जानकारी मुहैया करवाई गई तो स्कूल खुद जिम्मेदार होगा।
जानकारी के अनुसार शिक्षा विभाग की ओर से यू-डाइस के अंतर्गत पंजाब के समूह स्कूलों की जानकारी ऑनलाइन हासिल करने के लिए राज्य भर के जिला शिक्षा अधिकारियों को सख्त हिदायतें जारी की गई हैं। विभाग ने अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि सरकारी, गैर-सरकारी और एडिड स्कूलों की यू-डाइस और समूह जानकारी ठीक ढंग से विभाग के पास भेजी जाए। विभाग की ओर से यह जानकारी पंजाब से इकट्ठी कर भारत सरकार के ह्यूमन रिर्सोसेज और डिवैल्पमैंट विभाग (एम.एच.आर.डी.) को भेजी जाती है।
विभाग द्वारा भेजी सूचना के बाद ही एम.एच.आर.डी. स्कूल में प्राथमिक सुविधाओं के विस्तार के लिए ग्रांट जारी करेगा। पहले यू-डाइस के लिए प्रोफार्मों पर जानकारी दी जाती थी, परन्तु विभाग के सचिव कृष्ण कुमार ने प्रोफार्मों पर खर्च होने वाले पैसे को बचाने और आधुनिक ढंग के साथ काम करने की नीति के अंतर्गत यू-डाइस को ऑनलाइन करने की प्रक्रिया शुरू की है। अमृतसर सहित अन्य जिलों द्वारा बार-बार यू-डाइस पर खामियों से भरपूर या गलत जानकारी दी जा रही है, परन्तु इस बार विभाग ने स्कूलों को आखिरी मौका देते हुए काम में सुधार लाने के लिए कहा है।
क्या है यू-डाइस?
यू-डाइस को यूनाइटिड डिस्ट्रिक्ट इंफार्मेशन एजुकेशन के नाम से जाना जाता है। इसमें स्कूलों की ओर से छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी समूह जानकारी दर्ज करवाई जाती है। यू-डाइस के अंतर्गत आने वाली सूचना को सही करते हुए एम.एच.आर.डी. और पंजाब सरकार को रिपोर्ट पेश की जाती है, ताकि स्कूलों में सुविधा की कमी को समय रहते ठीक कर लिया जाए।
इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ संबंधित डाटा
विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि अधिकतर स्कूलों द्वारा यू-डाइस और इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधी भरे डाटा में कमरों की सही जानकारी नहीं है। स्कूलों की ओर से जो कमरे फालतू दिखाए गए हैं, वे क्लास रूमों के लिए प्रयोग में नहीं लाए जा रहे हैं। कोईभी स्कूल मन्युर्टी मैनेज्ड नहीं है और इसको बिल्कुल न भरा जाए।
विद्यार्थियों से संबंधित डाटा
विभाग ने पत्र में बताया कि कुछ स्कूलों की ओर से एस.टी. एनरोलमैंट, जाति आदि पर गलत विषय संबंधी जानकारी दी गई है, जो ठीक नहीं है। इसके अलावा पहली से 8वीं कक्षा तक भी रिपीट डाटा भेजा गया है जिसको भी ठीक करके भेजा जाए। साथ ही सी.सी.ई., बैक खाते, रीडिंग कार्नर आदि के साथ संबंधित डाटा अपडेट करके भेजा जाए।
स्कूलों की मदद करेगा एम.आई.एम. को-आर्डिनेटर
पत्र में कहा गया है कि यदि यू-डाइस संबंधी किसी स्कूल को समस्या पेश आती है तो वह जिले के एम.आई.एस. को-आॢडनेटर के साथ संपर्क कर सकता है और इसके बाद भी गलत सूचना आने पर संबंधित स्कूल खुद जिम्मेदार होगा।