Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jan, 2018 07:33 AM
लोकल बाडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अकाली-भाजपा कार्यकाल दौरान अरबों रुपए के विकास कार्य सिंगल टैंडरों के आधार पर करवाए जाने को बड़ा घपला बताया था और कई उच्चाधिकारियों को सस्पैंड तक कर दिया था परन्तु अब सिंगल टैंडरों के कारण ही कांग्रेस सरकार...
जालंधर(खुराना): लोकल बाडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अकाली-भाजपा कार्यकाल दौरान अरबों रुपए के विकास कार्य सिंगल टैंडरों के आधार पर करवाए जाने को बड़ा घपला बताया था और कई उच्चाधिकारियों को सस्पैंड तक कर दिया था परन्तु अब सिंगल टैंडरों के कारण ही कांग्रेस सरकार दौरान नगर निगमों को विकास कार्यों संबंधी मुश्किलें पेश आने लगी हैं।
निगम ने पिछले दिनों 42 करोड़ रुपए के टैंडर लगाए थे जिनमें से 7.50 करोड़ रुपए के सिंगल टैंडर रिसीव हुए जिस कारण निगम ने वे टैंडर दोबारा लगाए। अब जब उन टैंडरों को दोबारा खोला गया तो 2 करोड़ के टैंडर फिर सिंगल प्राप्त हुए जिस कारण अब उन टैंडरों को दोबारा लगाना पड़ेगा। इस प्रक्रिया के कारण शहर का विकास काफी लटक सकता है। निगमाधिकारियों ने बताया कि रिकॉल किए गए 7.50 करोड़ के टैंडरों के 28 ग्रुप बनाए गए थे जिनमें से 8 ग्रुप तो क्लीयर हो गए हैं परन्तु 6 ग्रुपों के सिंगल टैंडर आने के कारण उन्हें दोबारा लगाना पड़ेगा। बाकी 14 ग्रुपों के टैंडर भी सोसायटियों ने नहीं भरे हैं इसलिए अब वे टैंडर ठेकेदारों द्वारा भरे जाएंगे जो 22 या 23 जनवरी को खुलेंगे।
अमरूत योजना का पहला टैंडर भी नहीं आया
केन्द्र सरकार ने जालंधर निगम को अमरूत योजना के तहत 550 करोड़ रुपए की राशि मंजूर कर रखी है जिसके आधार पर पिछले दिनों निगम ने 21.34 करोड़ रुपए का टैंडर लगाया था जिससे शहर के कई मोहल्लों में पानी की पुरानी हो चुकी पाइपलाइनें बदली जानी थीं परन्तु किसी ठेकेदार ने यह टैंडर नहीं भरा। ठेकेदार फर्मों का कहना है कि निगम पाइपों हेतु जो रेट दे रहा है मार्कीट में पाइप उससे महंगी मिल रही है।