Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Dec, 2017 09:56 AM
शराब तस्करी के आरोप में थाना जुल्का की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अमरीक सिंह की सरकारी राजिंद्रा अस्पताल में मौत हो गई। परिवार जहां पुलिस द्वारा की गई मारपीट को मौत का कारण मान रहा है, वहीं पुलिस इससे साफ इंकार कर रही है। फिलहाल पोस्टमार्टम की...
पटियाला (बलजिन्द्र): शराब तस्करी के आरोप में थाना जुल्का की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अमरीक सिंह की सरकारी राजिंद्रा अस्पताल में मौत हो गई। परिवार जहां पुलिस द्वारा की गई मारपीट को मौत का कारण मान रहा है, वहीं पुलिस इससे साफ इंकार कर रही है। फिलहाल पोस्टमार्टम की रिपोर्ट का इंतजार है, उसके बाद ही साफ हो सकेगा कि आखिर अमरीक की मौत के पीछे कारण क्या था?
अमरीक को 25 नवम्बर को थाना जुल्का की पुलिस ने हरियाणा की शराब की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था, उसके खिलाफ एक्साइज एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज करके शराब की 24 बोतलें बरामद की गईं। 26 नवम्बर को उसे केंद्रीय जेल पटियाला भेजा गया, 27 नवम्बर को उसकी तबीयत खराब हुई और उसे सरकारी राजिंद्रा अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया था।
शराब की 24 बोतलों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार था पुलिस नेअमरीक सिंह को थाना जुल्का की पुलिस ने 25 नवम्बर को शराब की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार उससे
शराब की 24 बोतलें बरामद हुईं और पुलिस ने अमरीक सिंह के खिलाफ एक्साइज एक्ट के अंतर्गत केस भी दर्ज किया।
पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद कार्रवाई का दिया भरोसा
अमरीक की पत्नी सीता, उसके भाई कृष्ण और अन्य रिश्तेदारों और गांव के सरपंच ने अमरीक की मौत का कारण पुलिस की ज्यादा मारपीट को बताया, जिसको लेकर पहले उन्होंने लाश उठाने से इंकार कर दिया और पुलिस के खिलाफ कार्रवाई पर अड़ गए। बाद में जब थाना त्रिपड़ी की पुलिस ने भरोसा दिया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में यदि अमरीक की मौत का कारण ज्यादा मारपीट आया तो वह बनती कार्रवाई हर हाल में करेंगे। पुलिस के भरोसे के बाद परिवार ने पोस्टमार्टम करवा कर अमरीक का अंतिम संस्कार कर दिया।
सुखी परिवार देखते ही देखते उजड़ गया : सीता
अमरीक गांव महमदपुर रुड़की का रहने वाला था और वह परचून की दुकान करता था। पत्नी सीता ने विलाप करते हुए बताया कि उसके पति ने कभी भी शराब तस्करी नहीं की। जबरन पुलिस ने उसे उठाया और उसे थर्ड डिग्री टार्चर किया। उससे मारपीट की गई, जिसके निशान सिर और आंखों पर साफ तौर पर देखे जा सकते थे।
ज्यादा मारपीट के कारण उसकी तबीयत खराब हुई और जेल में एक दिन रहने के बाद उसे राजिंद्रा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवा दिया गया, जहां कई दिन के इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। सीता ने बताया कि उसके चार बच्चे हैं। दो बेटियां और दो बेटे हैं। उनका सुखी परिवार था और अचानक उनका सब कुछ उजड़ गया। इसी तरह उसके भाई कृष्ण ने बताया कि पुलिस ने उनको कुछ नहीं बताया। जब वह 28 तारीख को जमानत के लिए जेल गया तो वहां ही उसे पता लगा कि अमरीक बीमार है। जब उसने अस्पताल में अमरीक की हालत देखी तो काफी खराब थी।
डाक्टरों की रिपोर्ट से ही पता चलेगा मौत का कारण : जेल सुपरिंटैंडैंट
इस संबंधी जब जेल सुपरिंटैंडैंट राजन कपूर के साथ बात की गई तो उन्होंने बताया कि अमरीक सिंह उनके पास 26 नवम्बर को आया था और 27 को तबीयत खराब होने के कारण उसे सरकारी राजिंद्रा अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवा दिया गया, जहां आज उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि उसकी मौत का क्या कारण है, इस बारे तो वह कुछ नहीं कह सकते, डाक्टरों की रिपोर्ट ही इस बारे बताएगी।