Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Nov, 2017 10:00 AM
स्वास्थ्य विभाग की ओर से चाहे सरकारी दफ्तरों और मोहल्लों में डेंगू का लारवा 3 महीनों से तलाशा जा रहा है लेकिन इसके बाद भी जिले में अब तक 250 से अधिक डेंगू के मरीज होने की जानकारी मिली है।
फरीदकोट (हाली): स्वास्थ्य विभाग की ओर से चाहे सरकारी दफ्तरों और मोहल्लों में डेंगू का लारवा 3 महीनों से तलाशा जा रहा है लेकिन इसके बाद भी जिले में अब तक 250 से अधिक डेंगू के मरीज होने की जानकारी मिली है। सेहत विभाग ने डेंगू का चैक करने के लिए 3 दिन पहले शहर भर में सर्वे करवाया था जिसके साथ एक दर्जन के करीब प्रशासनिक अधिकारियों के घर से डेंगू मच्छर का लारवा मिला था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फरीदकोट जिले में कोटकपूरा इलाके में सबसे अधिक 100 मरीज अब तक सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज के लिए दाखिल हुए हैं, जबकि फरीदकोट में डेंगू के मरीजों की संख्या 75 है। फरीदकोट जिले के गांव सुक्खणवाला और फरीदकोट शहर में 2 लड़कियों की अब तक डेंगू के कारण मौत हो चुकी है। हालांकि इन मरीजों में वह संख्या शामिल नहीं जो इलाज में शहर से बाहर दाखिल हुए हैं। समय पर अपेक्षित प्रचार और लोगों में जागरूकता न होने के कारण डेंगू के मरीजों की संख्या हर रोज बढ़ रही है।
सेहत विभाग ने डेंगू के मरीजों के लिए विशेष वार्ड बनाए हैं और खास टीमें गठित की हैं परंतु इसके बावजूद डेंगू के मरीज निजी अस्पतालों में बढ़ रहे हैं। डेंगू के मरीजों को वायरल बीमारी के साथ-साथ डाक्टरों की तरफ से दिखाए जा रहे डर के साथ भी जूझना पड़ रहा है। सरकारी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की अपेक्षित देखभाल न होने के कारण मरीजों को मजबूरीवश निजी अस्पतालों में से महंगा इलाज करवाना पड़ रहा है।
क्या करें मरीज
स्वास्थ्य विभाग और माहिर डाक्टरों का कहना है कि डेंगू होने पर मरीज घबराएं न। उन्होंने मशविरा दिया है कि मरीज को आराम करने, फल खाने और साधारण बुखार की दवा लेने की जरूरत है कोई भी स्ट्रांग दवाई न ली जाए।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला सेहत विभाग की तरफ से नोडल अफसर नियुक्त किए गए डा. वरिन्द्रपाल सिंह ने कहा कि डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है जिसके कारण सेहत विभाग ने जरूरी प्रबंध भी किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि सेहत विभाग के रिकार्ड में जिले भर में डेंगू के मरीजों की कुल संख्या 142 दर्ज की गई है।
बकरी के दूध की मांग बढ़ी
इसी बीच जिले में बकरी के दूध, कीवी फल और ग्लो बेल की मांग में काफी इजाफा हुआ है। हालांकि सेहत विभाग ऐसे टोटकों को इलाज के लिए काफी नहीं मानता परंतु फिर भी देहाती क्षेत्रों में बकरी का दूध पहले 30 रुपए प्रति लीटर, कीवी के फल के 5 रुपए प्रति नग महंगे भाव में बिक रहे हैं।