Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Nov, 2017 12:55 PM
अगस्त माह में हुई मूसलाधार बारिश के कारण निकटवर्ती गांव डूंग में गांव को एकमात्र जोडऩे वाला छोटा पुल टूट गया था। आज इस पुल को टूटे हुए लगभग 4 माह का समय हो गया है परंतु इस पुल की सुध लेने अभी तक कोई भी सबंधित अधिकारी यहां नहीं पहुंचा जिसके चलते गांव...
जुगियाल(शर्मा): अगस्त माह में हुई मूसलाधार बारिश के कारण निकटवर्ती गांव डूंग में गांव को एकमात्र जोडऩे वाला छोटा पुल टूट गया था। आज इस पुल को टूटे हुए लगभग 4 माह का समय हो गया है परंतु इस पुल की सुध लेने अभी तक कोई भी सबंधित अधिकारी यहां नहीं पहुंचा जिसके चलते गांव वासियों व बाबा मुक्तेश्वर धाम के दर्शनों के लिए जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में मुक्तेश्वर धाम कमेटी के पदाधिकारी भीम सिंह, पुरुषोत्तम सिंह, अंकुश तनवाल, भाग सिंह, सुरिन्द्र कुमार, नरेश कुमार आदि ने प्रशासन के विरुद्ध रोष व्यक्त करते हुए बताया कि इस टूटे हुए पुल से आना-जाना बहुत ही कठिन है तथा उन लोगों को अपने घरों तक आने के लिए लगभग आधा किलोमीटर से अधिक सफर पैदल चलना पड़ता है। खासकर स्कूली बच्चों के लिए यह रास्ता किसी खतरे से कम नहीं।
उन्होंने बताया कि प्रतिदिन मुक्तेश्वर धाम के लिए सैंकड़ों भक्त दर्शनों के लिए आते हैं व रविवार को तो श्रद्धालुओं की संख्या 3 गुना हो जाती है। पुल टूटने के कारण श्रद्धालुओं को अगले रास्ते से जाना पड़ रहा है जोकि पहले से टूटा हुआ है, जिसके चलते दूर-दराज से मुक्तेश्वर धाम के दर्शनों के लिए आ रहे श्रद्धालु बेबस होकर वापस लौट रहे हैं। कमेटी सदस्यों व लोगों ने कहा कि यदि इस धाम के लिए किसी राजनीतिक नेता या प्रशासन ने इसे शीघ्र बनवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया तो कमेटी सदस्य लोगों के सहयोग से इस टूटे हुए पुल का खुद ही निर्माण करवाने के लिए विवश होंगे।