Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jan, 2018 08:40 AM
वैसे तो यह नई बात नहीं कि सरकारी दफ्तरों में स्टाफ समय पर ड्यूटी पर नहीं मिलता और सिविल अस्पताल में डी.सी. से लेकर कई अधिकारियों ने अचानक छापेमारी के दौरान कई डाक्टर व स्टाफ को ड्यूटी के दौरान गैरहाजिर पाया था। इस दौरान गैरहाजिर पाए जाने वालों को...
जालंधर (शौरी): वैसे तो यह नई बात नहीं कि सरकारी दफ्तरों में स्टाफ समय पर ड्यूटी पर नहीं मिलता और सिविल अस्पताल में डी.सी. से लेकर कई अधिकारियों ने अचानक छापेमारी के दौरान कई डाक्टर व स्टाफ को ड्यूटी के दौरान गैरहाजिर पाया था। इस दौरान गैरहाजिर पाए जाने वालों को कारण बताओ नोटिस भी जारी हुए थे लेकिन सिविल अस्पताल के हालत दोबारा से खराब होने शुरू हो चुके हैं, इसकी ताजा मिसाल आज देखने को मिली जब मैडीकल सुपरिंटैंडैंट डा. के.एस. बावा ने सिविल अस्पताल के कई वार्डों में रात को अचानक दबिश देकर स्टाफ की चैकिंग की तो 9 स्टाफ गैरहाजिर पाया गया।
पता चला है कि डा. बावा ने चैकिंग के दौरान शीतल, जसमीत कौर, संदीप कुमार, कमलजीत कौर, चरणजीत, सुषमा, विलसन, अविनव, सुमन को ड्यूटी के दौरान गैरहाजिर पाए। समय पर ड्यूटी पर न आने के कारण डा. बावा ने सभी का नाम नोट किया। बातचीत के दौरान डा. बावा ने कहा कि सभी को कारण बताओ नोटिस जारी होगा। ड्यूटी के दौरान समय पर न आने पर स्टाफ व डाक्टरों के खिलाफ आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।