Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 01:35 PM
थाना कान्नवा के अधीन पड़ते गांव मलिकपुर के वार्ड नं. 1 में पड़ती टपरी (झोपड़ी) में आग लगने से एक गाय व बछड़ा झुलसकर मर गए। जानकारी देते हुए टपरी की मालकिन मलकीत कौर ने बताया कि सायंकाल वह रोजाना की तरह गाय का दूध दोहने के बाद घर चली गई थी।
नरोट मेहरा/पठानकोट (आदित्य): थाना कान्नवा के अधीन पड़ते गांव मलिकपुर के वार्ड नं. 1 में पड़ती टपरी (झोपड़ी) में आग लगने से एक गाय व बछड़ा झुलसकर मर गए। जानकारी देते हुए टपरी की मालकिन मलकीत कौर ने बताया कि सायंकाल वह रोजाना की तरह गाय का दूध दोहने के बाद घर चली गई थी।
रात करीब 10 बजे स्थानीय लोगों ने उसे बताया कि उसकी टपरी में आग लगी है जिसके चलते वह तुरंत मौके पर पहुंची, लेकिन उस समय आग काफी बढ़ गई थी। गांव निवासियों के सहयोग से आग पर दो घंटे में काबू पाया गया, लेकिन आग की चपेट में आने से एक गाय तथा उसके बछड़े की झुलसने से मौत हो गई। मलकीत कौर ने कहा कि वह अपने घर का खर्च गाय का दूध बेच कर रही थी, वह सहारा खत्म हो गया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि आग इतनी भयानक थी की गाय व बछड़े को बचाया नहीं जा सका। आग के बारे जानकारी देते स्थानीय एक स्कूल की पिं्रसीपल अनीता दानिया ने बताया कि उसने सबसे पहले आग लगने की सूचना फायर ब्रिगेड को लैंडलाइन पर फोन दी तो वहां से फोन उठाने वाले ने उससे अभद्र भाषा में बात करते हुए गाली-गलौच भी की। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते फायर ब्रिगेड कर्मचारी की ओर से सहयोग किया गया होता तो बेजुबान पशुओं को बचाया जा सकता था। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सीनियर डिप्टी मेयर को भी जानकारी दी है, लेकिन उनकी ओर से भी कोई सहयोग नहीं मिला। इस संबंध में थाना कान्नवा के प्रभारी हरकृष्ण सिंह ने मौके पर पहुंच कर जायजा लिया तथा मलकीत कौर के बयानों को भी कलमबद्ध किया।