Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 12:21 PM
पंजाब सरकार की ओर से 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए प्री-नर्सरी कक्षाएं शुरू करने के विरोध में आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों ने लंबे समय से विभिन्न तरीको के साथ पंजाब भर में संघर्ष शुरू किया हुआ है। महिला और बाल विकास विभाग की मंत्री रजिया सुल्ताना की...
मालेरकोटला (जहूर): पंजाब सरकार की ओर से 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए प्री-नर्सरी कक्षाएं शुरू करने के विरोध में आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों ने लंबे समय से विभिन्न तरीको के साथ पंजाब भर में संघर्ष शुरू किया हुआ है। महिला और बाल विकास विभाग की मंत्री रजिया सुल्ताना की मालेरकोटला स्थित आवास के निकट संगरूर, सुनाम ब्लाक-1 और ब्लाक 2, मालेरकोटला ब्लाक-1 और ब्लाक 2, धुरी, शेरपुर और लहरागागा की सैंकड़ों आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों ने भूख हड़ताल करके पंजाब सरकार का पिट स्यापा किया।
इस दौरान प्रदर्शन भी किया गया। इस भूख हड़ताल में 11 आंगनबाड़ी मुलाजिमों शिंदर कौर जिला महासचिव, सुखविंद्र कौर ढढोगल, बलजीत कौर प्रधान धुरी, सर्बजीत कौर, आशा कौर धूरी, नीटू शर्मा मालेरकोटला, परमजीत कौर मालेरकोटला, अवतार कौर सुनाम, इंद्रजीत कौर लहरागागा, गुरमेल कौर सुनाम और अमृतपाल कौर सुनाम बैठी हैं।
भूख हड़ताल 30 तक चलेगी
जिलाध्यक्ष गुरमेल कौर, शिंदर कौर, बलविंद्र कौर, रुपिन्द्र जीत कौर हथोआ और जसवीर कौर ने कहा कि आई.सी.डी.एस. को बचाने और रोजगार की रक्षा के लिए यह भूख हड़ताल शुरू की गई है जोकि 30 नवम्बर तक चलेगी। बाल विकास सेवाएं स्कीम गत 42 वर्षों से काम कर रही है। इसके तहत 54 हजार के करीब आंगनबाड़ी, वर्करे, हैल्परे काम रही हैं।
रोजगार का हक छीन रही है सरकार
आल पंजाब आंगनबाड़ी यूनियन की राज्य प्रचार सचिव बलजीत कौर पेधनी के नेतृत्व में एकत्र हुई आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों ने सरकार का पिट स्यापा करते कहा कि घर घर रोजगार देने के वायदे से सत्ता में आई कांग्रेस सरकार हमें रोजगार पर लगे को गलत फैसले लेकर बेरोजगार करने पर तुली हुई है।
सरकार हमारे रोजगार का हक छीन रही है।
बलजीत कौर ने कहा कि 2 महीनों से आंगनबाड़ी वर्करों व हैल्परों सड़कों पर संघर्ष कर रही हैं परंतु सरकार व शिक्षा विभाग के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। इससे जहां हमारा नुकसान हो रहा है वहीं प्री प्राईमरी स्कूलों में गए 3 से 6 वर्ष के बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। इन स्कूलों में बच्चों को दाखिल तो कर लिया गया है परंतु सरकार के प्रबंध अधूरे हैं व 14 नवम्बर से शुरू की इन कलासों में बच्चों की हाजरी भी घटनी शुरू हो गई है।