Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 10:34 PM
राणा गुरजीत ने इस्तीफा मंजूर होने के बाद पार्टी का फैसला स्वीकार करते हुए कहा कि उन्हें इसका कोई दुख नहीं, वह राणा हैं और राणा ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि मंत्री की एक कुर्सी तो क्या, कैप्टन अमरेंद्र सिंह के लिए तो ऐसी 100 कुॢसयां भी छोड़ सकता हूं...
चंडीगढ़ (भुल्लर): राणा गुरजीत ने इस्तीफा मंजूर होने के बाद पार्टी का फैसला स्वीकार करते हुए कहा कि उन्हें इसका कोई दुख नहीं, वह राणा हैं और राणा ही रहेंगे।
उन्होंने कहा कि मंत्री की एक कुर्सी तो क्या, कैप्टन अमरेंद्र सिंह के लिए तो ऐसी 100 कुर्सियां भी छोड़ सकता हूं क्योंकि उनके साथ मेरा बाप-बेटे वाला संबंध है। इस्तीफा मंजूर होने के तुरंत बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने आरोपों के संबंध में कहा कि मैंने किसी का पैसा नहीं लूटा बल्कि मेहनत से कमाई की है।
राणा ने कहा कि उन्होंने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया है और अब नेता विपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा बताएं की वह कब इस्तीफा दे रहे हैं, क्योंकि उन पर भी ड्रग तस्करी जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगे आरोपों में कोई दम नहीं और जल्द ही सारी सच्चाई सामने आ जाएगी