Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 01:01 PM
पाकिस्तान के रेंजरों की ओर से की गई गोलाबारी का संज्ञान लेते हुए पंजाब के सरहदी गांवों में बी.एस.एफ. ने अपनी गश्त बढ़ा दी है। जानकारी के अनुसार पाक की ओर से की गई फायरिंग की गोलियां पंजाब के सरहदी गांवों में भी आकर लगी हैं जिससे लोगों में दहशत है।...
पठानकोट/बमियाल(शारदा, आदित्य, राकेश, मुनीष): पाकिस्तान के रेंजरों की ओर से की गई गोलाबारी का संज्ञान लेते हुए पंजाब के सरहदी गांवों में बी.एस.एफ. ने अपनी गश्त बढ़ा दी है। जानकारी के अनुसार पाक की ओर से की गई फायरिंग की गोलियां पंजाब के सरहदी गांवों में भी आकर लगी हैं जिससे लोगों में दहशत है। जब इस संबंध में सरहदी गांव धलोत्तर के निवासी निशान सिंह, बशीर सिंह, मोहिन्द्र सिंह, बावा सिंह व दिलबाग सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जब भी सटे हुए जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तान की दिशा से फायरिंग होती है तो उनके गांव की जनता भी सहम जाती है।
वर्णनीय है कि एक साल पहले भी पाकिस्तान की ओर से इसी स्थान पर जबरदस्त गोलाबारी की गई थी, जिससे पाक दिशा से दागे गए मोर्टार के गोले पंजाब के अंतिम गांव पलाह में भी गिरे थे। हालांकि उस समय पंजाब के अधीन आते क्षेत्र में कोई क्षति नहीं हुई थी।
सैकेंड लाइन आफ डिफैंस की नाकेबंदी व वाहनों की चैकिंग की तेज
वहीं एयरबेस हमले के बाद पंजाब के सरहदी बमियाल गांव में बनाई गई सैकेंड लाइन आफ डिफैंस पर सुरक्षा बलों ने नाकेबंदी पुख्ता करते हुए वाहनों की जांच तेज कर दी है।
खौफ के चलते गांव पलाह के स्कूल में पढने नहीं पहुंचा एक भी विद्यार्थी
वहीं बार्डर पर फायरिंग के चलते जीरो लाइन पर बसे गांवों में एक व सूबे के अंतिम गांव पलाह के प्राइमरी स्कूल में आज खौफ के मारे एक भी विद्यार्थी पढने नहीं पहुंचा, क्योंकि सुबह साढ़े 8 बजे ही गोलाबारी शुरू होने से गांववासी अपने घरों में दुबक गए व अपने बच्चों को पढऩे के लिए स्कूल नहीं भेजा।