Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 12:31 PM
कैंट बोर्ड की धक्केशाही के विरोध में बुधवार सुबह कैंट बोर्ड कार्यालय के बाहर एकत्र हुए रेहड़ी वालों ने कैंट बोर्ड की सी.ई.ओ. का पुतला फूंका और बोर्ड अधिकारियों के खिलाफ जम कर नारेबाजी भी की। वर्णनीय है कि कैंट के प्रमुख समाज सेवक महेश गुप्ता तथा...
जालंधर (महेश): कैंट बोर्ड की धक्केशाही के विरोध में बुधवार सुबह कैंट बोर्ड कार्यालय के बाहर एकत्र हुए रेहड़ी वालों ने कैंट बोर्ड की सी.ई.ओ. का पुतला फूंका और बोर्ड अधिकारियों के खिलाफ जम कर नारेबाजी भी की। वर्णनीय है कि कैंट के प्रमुख समाज सेवक महेश गुप्ता तथा भाजपा के कई नेता भी रेहड़ी वालों का लगातार समर्थन कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई इंसाफ न मिलने के कारण उन्हें पुतला फूंक कर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। कैंट क्षेत्र के निवासी कह रहे हैं कि वे दूषित पानी पीने के कारण कई रोगों का शिकार होकर बीमार पड़ रहे हैं, जबकि कैंट बोर्ड इसके लिए रेहड़ी वालों को जिम्मेदार ठहरा रहा है।
रेहड़ी वाले कह रहे हैं कि उनकी रेहडिय़ां बंद करवाकर कैंट बोर्ड उनकी रोजी-रोटी छीन रहा है। उनका कहना है कि वे गरीब लोग हैं और कड़ी मेहनत कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते थे, लेकिन कैंट बोर्ड को ऐसा मंजूर नहीं, जबकि सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने के दावे कर रही है और कैंट बोर्ड इसके उलट चल रहा है। रेहड़ी वालों ने कहा कि वे इंसाफ के लिए अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि कैंट बोर्ड उन्हें खुदकुशियां करने के लिए मजबूर कर रहा है। वे गरीब लोग हैं व उनकी कोई सुनवाई भी नहीं कर रहा है। उन्होंने समाज सेवक महेश गुप्ता द्वारा उनका हर मोड़ पर साथ देने के लिए आभार भी जताया।