Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Nov, 2017 11:41 AM
करीब अढ़ाई माह पहले भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 50 व 200 रुपए की नई जारी की करंसी जहां अभी तक कई लोगों को देखनी नसीब नहीं हुई, वहीं इन नोटों की ब्लैक मार्कीटिंग जोरों पर है। पूरे जिले में मुनाफाखोर 200 व 50 रुपए के नए नोट 10 से 20 प्रतिशत की अधिक राशि...
गिदड़बाहा(संध्या): करीब अढ़ाई माह पहले भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 50 व 200 रुपए की नई जारी की करंसी जहां अभी तक कई लोगों को देखनी नसीब नहीं हुई, वहीं इन नोटों की ब्लैक मार्कीटिंग जोरों पर है। पूरे जिले में मुनाफाखोर 200 व 50 रुपए के नए नोट 10 से 20 प्रतिशत की अधिक राशि लेकर लोगों को बेच रहे हैं। मुनाफाखोरों द्वारा 200 रुपए का नोट 220 रुपए में व 50 रुपए का नोट 60 रुपए में लोगों को बेचकर मुनाफा कमाया जा रहा है। उक्त नए नोट अभी तक पंजाब एंड सिंध बैंक में करंसी चैस्ट तक भी नहीं पहुंच सके परंतु अधिकतर अमीर लोगों के पास यह पैसे आ गए हैं। मुनाफाखोर इन नोटों को ब्लैक में बेचकर काफी लाभ कमा रहे हैं।
मुनाफाखोर 50 व 200 रुपए के शौकीन लोगों के पास से मनमर्जी की कीमतें वसूल रहे हैं। इसी तरह बाजारों में 50 व 200 रुपए के नए नोटों का इस्तेमाल हार बनाने में किया जा रहा है जो विवाह के समय प्रयोग होते हैं। मुनाफाखोर उक्त नई करंसी दिल्ली व चंडीगढ़ से लाकर यहां आम लोगों को मनमर्जी की कीमत पर दे रहे हैं। सूत्रों के अनुसार मुनाफाखोरों को 200 से 50 रुपए के नए नोट उक्त राज्यों में फैले दलाल दो-अढ़ाई प्रतिशत की अधिक राशि पर मुहैया करवाते हैं व यहां यह मुनाफाखोर इन नोटों को 10 से 20 प्रतिशत तक ब्लैक में बेचकर लोगों को लूट रहे हैं।