Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jan, 2018 11:03 AM
भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से पंजाब की कांग्रेस सरकार के 10 माह के कार्यकाल में पंजाब में विकास कार्य न करवाए जाने को लेकर जिला स्तर पर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर हुंकार भरते हुए रोष प्रदर्शन किया व रोष रैलियां आयोजित की गईं। जिला...
पठानकोट(आदित्य, शारदा): भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की ओर से पंजाब की कांग्रेस सरकार के 10 माह के कार्यकाल में पंजाब में विकास कार्य न करवाए जाने को लेकर जिला स्तर पर सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर हुंकार भरते हुए रोष प्रदर्शन किया व रोष रैलियां आयोजित की गईं। जिला स्तर पर आयोजित रोष रैली का नेतृत्व जिलाध्यक्ष अनिल रामपाल ने किया जिसमें हलका पठानकोट, सुजानपुर तथा भोआ के भाजपा पदाधिकारियों तथा कार्यकत्र्ताओं ने भारी संख्या में रामलीला ग्राऊंड पठानकोट में एकत्रित होकर इस रैली की शुरूआत की।
पठानकोट के पूर्व विधायक अश्विनी शर्मा, भाजपा के जिलाध्यक्ष अनिल रामपाल, सुजानपुर के मौजूदा विधायक दिनेश सिंह बब्बू, पूर्व मंत्री मास्टर मोहन लाल, मेयर अनिल वासुदेवा व अन्य नेताओं ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह का पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में 10 माह का समय पूरा हो चुका है, परंतु इस 10 माह में हर फ्रंट पर पंजाब की हालत हर महीने बद से बदतर होती चली गई है।
उन्होंने कहा कि 10 माह में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के मंत्रियों तथा कांग्रेसी नेताओं ने अगर कुछ किया है तो वह पंजाब को लूटने, रेट के ठेकों को लूटने, रेत-बजरी की कीमतों को बढ़ाने करने, अपने विरोधियों को पीटने, राजनीतिक बदला खोरी, म्यूनिसिपल चुनावों में लोकतंत्र का गला घोंटने, दलितों पर अत्याचार, गैंगवार में बढ़ौतरी, अपराध बढ़ौतरी, बिजली कटों में बढ़ौतरी, महिलाओं पर अत्याचार, बेअदबी, सिंचाई विभाग की गलती से हजारों एकड़ फसल खेतों में बर्बाद, संसदीय मर्यादा को तार-तार करने, शहीदों के अपमान, वी.आई.पी. कल्चर बढ़ाने का रहा है।
पूर्व विधायक अश्विनी शर्मा ने कहा कि एक तरफ जहां कैप्टन अमरेन्द्र सिंह अपने चुनावी वायदे मुताबिक पहली कैबिनेट मीटिंग में किसानों का कर्जा माफ करने में असफल रहे, वहीं पहले महीने में वायदे मुताबिक नशा भी नहीं खत्म कर पाए। बाकी के सभी वर्ग भी चाहे वह दलित हो, युवा, महिला, बुजुर्ग, नीले कार्ड धारक, उद्योगपति, व्यापारी, सरकारी कर्मचारी आदि हो, सब मानते हैं कि उनके साथ वायदाखिलाफी हो रही है। सही मायने में यह 10 महीने धोखे, विश्वासघात, उम्मीद तोडऩे, सपनों को चूर-चूर करने के रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में जगह-जगह धरना-प्रदर्शन हो रहे हैं तथा लोग दुखी होकर सड़कें जाम कर रहे हैं। हर तरफ अराजकता का माहौल बना हुआ है। इस दौरान विधायक दिनेश बब्बू व पूर्व मंत्री मास्टर मोहन लाल ने कहा कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब में नशा एक महीने में खत्म करने की कसम खाई थी, लेकिन 10 माह के बाद भी नशा अब तक धड़ल्ले से बिक रहा है।