Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Nov, 2017 12:26 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा 2022 के चुनावों में पुन: मुख्यमंत्री बनने के बयान पर उंगली उठाने से पहले छोटे बादल अपने पिता व बड़े बादल की उम्र देखें। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के महासचिव मनोज अरोड़ा ने बताया कि सुखबीर बादल भूल रहे...
जालंधर (चोपड़ा): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा 2022 के चुनावों में पुन: मुख्यमंत्री बनने के बयान पर उंगली उठाने से पहले छोटे बादल अपने पिता व बड़े बादल की उम्र देखें। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के महासचिव मनोज अरोड़ा ने बताया कि सुखबीर बादल भूल रहे हैं कि उनके पिता व पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल 90 वर्ष की आयु में भी पंजाब की राजनीति में सक्रिय हैं और 8 महीने पहले तक प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं।
मनोज ने कहा कि लगता है कि कांग्रेस की चढ़त देखकर सुखबीर बौखला गए हैं जो कि कै. अमरेन्द्र की लंबी पारी के खिलाफ बेबुनियाद बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कै. अमरेन्द्र जैसे सक्षम नेता की आज पंजाब को बेहद जरूरत है जो कि प्रदेश के बदहाल हुए आर्थिक व सामाजिक हालातों को पुन: पटरी पर ला सकते हैं। अकाली-भाजपा गठबंधन ने 10 सालों के अपने शासनकाल में प्रदेश में जंगलराज-सी स्थिति बना दी थी।
ड्रग माफिया, केबल माफिया, शराब माफिया, ट्रांसपोर्ट माफिया को संरक्षण देकर प्रदेश में माफिया राज को कायम कर दिया गया था। मनोज ने बताया कि बादल सरकार ने संगत दर्शनों व अपने नेताओं के घर भरने में खजाना खाली कर दिया था, सरकारी सम्पत्तियों को बेचकर सरकारी कर्मचारियों का वेतन देने के जुगाड़ चलते रहे परंतु कै. अमरेन्द्र ने मुख्यमंत्री बनते ही माफिया राज का सफाया किया और अपनी नीतियों से प्रदेश को एक बार फिर से आर्थिक तौर पर सशक्त बनाना शुरू कर दिया है जो कि बादल परिवार से हजम नहीं हो रहा। मनोज ने बताया कि पंजाब के हितों को देखते हुए कै. अमरेन्द्र ने जो फैसला लिया है कांग्रेस सहित प्रदेश की समूची जनता उसका जोरदार स्वागत कर रही है।