Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Nov, 2017 04:50 PM
नशा तस्करी मामले में 11 साल अमृतसर जेल में कैद काटकर रिहा हुई फातिमा और उसकी बहन मुमताज के साथ जेल में जन्मी फातिमा की बेटी हिना भी पहली बार अपने वतन पाकिस्तान पहुंच गई हैं।
बटालाः नशा तस्करी मामले में 11 साल अमृतसर जेल में कैद काटकर रिहा हुई फातिमा और उसकी बहन मुमताज के साथ जेल में जन्मी फातिमा की बेटी हिना भी पहली बार अपने वतन पाकिस्तान पहुंच गई हैं। परिवार पर कोर्ट ने जो 4 लाख जुर्माना लगाया था, वह बटाला की एन.जी.ओ. ‘सरबत दा भला ह्यूमैनिटी क्लब’ ने भरा है। जेल में जन्मी और पली-बढ़ी 10 साल की हिना ने जेल में जो कुछ देखा, उसके बाद वह पढ़-लिखकर वकील बनना चाहती है। ह्यूमैनिटी क्लब ने अटारी बार्डर पर हिना को पाकिस्तान विदा करते हुए वादा किया कि वह उसके वकील बनने तक पढ़ाई का खर्च भी उठाएगा। क्लब संचालक नवतेज सिंह गुगू ने बताया, फातिमा की वकील नवजोत कौर ने उनके एक मित्र बलविंदर सिंह से इनकी मदद के लिए कहा था। बलविंदर ने उसी दिन जुर्माने के 4 लाख भरने की हामी भर दी। साथ ही हिना की पढ़ाई का खर्च भी उठाने का वादा भी किया है।
फातिमा बहन मुमताज तथा नानी रशीदा के साथ 8 मई 2006 को अटारी बार्डर पर नशे के साथ पकड़ी गई थीं। उस समय हिना मां के गर्भ में थी। चार महीने बाद हिना ने जेल में ही जन्म लिया। फातिमा ने खुद को बेकसूर बताया, कहा-किसी ने उनके बैग में सामान रख रिश्तेदारों को देने को कहा था तो चैकिंग में वह नशा निकला जिसके बाद उन्हें कैद हो गई।