Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 07:40 AM
गोराया पुलिस प्रशासन में सोमवार देर शाम को उस समय हड़कंप मंच गया जब पुलिस की ओर से हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति की अचानक तबीयत बिगड़ गई और उसे तुरंत गोराया के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। अस्पताल में उपचाराधीन परविंद्र सिंह पुत्र जगतार सिंह...
गोराया (मुनीश): गोराया पुलिस प्रशासन में सोमवार देर शाम को उस समय हड़कंप मंच गया जब पुलिस की ओर से हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति की अचानक तबीयत बिगड़ गई और उसे तुरंत गोराया के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। अस्पताल में उपचाराधीन परविंद्र सिंह पुत्र जगतार सिंह निवासी सरगुंदी थाना गोराया ने बताया कि सोमवार को उसके एक जानकार युवक ने उसे साजिश के तहत गोराया-फिल्लौर नैशनल हाईवे पर एक होटल में बुलाया जहां एक गांव कासरपंच उपस्थित था जो पहले उसे धमकियां देता था ने गोराया पुलिस को बुलाकर उसे पकड़वा दिया।
गोराया पुलिस दोपहर करीब 1 बजे उसे पकड़कर थाने में ले आई व हवालात के साथ वाले कमरे में उसे नजरबंद कर दिया। इसके बाद उस पर झूठा मामला दर्ज कर दिया गया। करीब 7 घंटे हिरासत में रखे जाने के बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई जिस पर उसे निजी अस्पताल में लाया गया। अस्पताल में जांच दौरान उसका ब्लड प्रैशर 190, जबकि शूगर डाऊन हो गई। उसके शरीर की एक साइड काम नहीं कर रही।
एक व्यक्ति के कहने पर पुलिस कर रही लोगों को परेशान : आरोप
परविंद्र के पारिवारिक सदस्यों ने आरोप लगाते हुए कहा कि गोराया पुलिस एक व्यक्ति के कहने पर चल रही है व उसके डर से लोगों को परेशान किया जा रहा है।
मीडिया कर्मियों से बचते हुए खिसक गए डी.एस.पी.
मौके पर पहुंचे डी.एस.पी. फिल्लौर से जब मीडिया कर्मियों ने घटना के बारे में पूछा तो वह मीडिया कर्मियों से बचते हुए अपनी गाड़ी में जा बैठे। जब उनसे बात करने के लिए गाड़ी रोकी गई तो वह बिना कोई जानकारी दिए वहां से खिसक गए।
मामले की जानकारी नहीं : ए.एस.आई.
जब इस बाबत मौके पर मौजूद ए.एस.आई. से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। वह आज ड्यूटी अधिकारी हैं तथा वह ही पीड़ित को अस्पताल में लाए हैं।
परविंद्र सिंह के खिलाफ है मामला दर्ज : एस.एच.ओ.
एस.एच.ओ. गोराया परमिंद्र सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि परविंद्र सिंह के खिलाफ थाना गोराया में मामला दर्ज है। पुलिस को सरपंच ने उक्त व्यक्ति के बारे में जानकारी दी थी जिसे गोराया पुलिस के कर्मचारी थाने में ले आए थे।