Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 03:30 PM
जिलाधीश विपुल उज्ज्वल के निर्देशों पर बाल-मजदूरी और बच्चों द्वारा भिक्षावृत्ति पर लगाम लगाने के लिए बाल-सुरक्षा यूनिट द्वारा शहर के अलग-अलग बाजारों में छापेमारी की गई।
होशियारपुर(अश्विनी): जिलाधीश विपुल उज्ज्वल के निर्देशों पर बाल-मजदूरी और बच्चों द्वारा भिक्षावृत्ति पर लगाम लगाने के लिए बाल-सुरक्षा यूनिट द्वारा शहर के अलग-अलग बाजारों में छापेमारी की गई।
इस दौरान करीब 7 बच्चों को भिक्षावृत्ति एवं बाल-मजदूरी करते हुए पाया गया, जिन्हें बाल भलाई कमेटी के समक्ष पेश किया गया, जहां से बच्चों के साथ आए व्यक्ति को चेतावनी दी कि वह बच्चों के माता-पिता को 16 जनवरी को कमेटी के समक्ष पेश करें, नहीं तो उसके एवं बच्चों के माता-पिता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। चेतावनी देने के उपरांत बच्चों एवं उनके साथ लाए व्यक्ति को छोड़ दिया गया।
कमेटी के चेयरमैन डॉ. अश्विनी जुनेजा, सदस्य अरविंद शर्मा व वरिन्द्र कुमार चोपड़ा ने बताया कि जिस उम्र में बच्चों के हाथ में किताब होनी चाहिए, किसी न किसी कारणवश अभिभावक उनके हाथ में भिक्षा मांगने वाला कटोरा थमा देते हैं एवं उन्हें बाल मजदूरी में लगा देते हैं। ऐसे बच्चों की पहचान करके उन्हें स्कूल पहुंचाना एवं उनके माता-पिता को बच्चों को शिक्षित करने संबंधी समझाया जाना बेहद जरूरी है।