Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 10:15 AM
वर्ष 1949 में आज के दिन जनरल के.एम. करिअप्पा (फील्ड मार्शल) ने अंग्रेज सरकार की ओर से अंतिम सेना प्रमुख जनरल सर रॉय बुचर से भारतीय सेना की कमान संभाली थी।
होशियारपुर(अमरेन्द्र): वर्ष 1949 में आज के दिन जनरल के.एम. करिअप्पा (फील्ड मार्शल) ने अंग्रेज सरकार की ओर से अंतिम सेना प्रमुख जनरल सर रॉय बुचर से भारतीय सेना की कमान संभाली थी।
कमान संभालते ही भारतीय सेना ब्रिटिश नियंत्रण से पूरी तरह आजाद हो गई थी, तभी से 15 जनवरी को सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत-पाकिस्तान के बंटवारे से लेकर अब तक होशियारपुर जिले के कुल 568 जवानों ने सहरदों की रक्षा करते हुए प्राणों की आहुति दी है।
सोमवार को 70वें आर्मी डे पर होशियारपुर के जनौड़ी, ढोलबाहा और होशियारपुर के युद्ध स्मारक पर लोगों ने पुष्पांजलि अर्पित कर अमर शहीदों को नमन किया।गौरतलब है कि पंजाब में ही नहीं बल्कि पूरे देश में सबसे अधिक सेना के जवानों के तौर पर होशियारपुर का नाम सबसे पहले आता है। वर्ष 1947 में पाकिस्तान से जंग में 33, भारत-चीन के बीच वर्ष 1962 में 114 व 1965 में भारत-पाक युद्ध में 122 और 1971 में 108 जवान शहीद हुए थे। जिनकी कुल संख्या 568 है।