Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 11:44 AM
दिल्ली निर्भय कांड के बाद सुप्रीमकोर्ट के साफ आदेश थे कि रेप के मामले में पुलिस पूरी गंभीरता दिखाए और तुरंत केस दर्ज करने के साथ-साथ आरोपियों को गिरफ्तार करे। मगर शायद हमारे देश की पुलिस को अदालतों के आदेश व नागरिकों की भावनाओं की कोई कद्र नहीं है।...
जालंधर(रविंदर): दिल्ली निर्भय कांड के बाद सुप्रीमकोर्ट के साफ आदेश थे कि रेप के मामले में पुलिस पूरी गंभीरता दिखाए और तुरंत केस दर्ज करने के साथ-साथ आरोपियों को गिरफ्तार करे। मगर शायद हमारे देश की पुलिस को अदालतों के आदेश व नागरिकों की भावनाओं की कोई कद्र नहीं है। यही कारण है कि आज भी रेप के मामले को पुलिस गंभीरता से नहीं लेती।
ऐसा ही एक मामला मकसूदां थाना के गांव काहनपुर का है। 4 साल की मासूम बच्ची से रेप करने के आरोपी को पुलिस एक सप्ताह बाद भी गिरफ्तार नहीं कर पाई है। न्याय के लिए परिजन थाने के धक्के खा रहे हैं। परिजनों का तो यहां तक आरोप है कि मुख्य आरोपी के खिलाफ तो केस ही दर्ज नहीं किया गया। गांव काहनपुर में बीते मंगलवार शाम को आरती देवी अपनी 4 साल की पोती के साथ खेतों में चारा काटने गई थी।
इसी दौरान खेतों में खेल रही 4 साल की बच्ची को बरगला कर कुछ लोग मोटर वाले कमरे में ले गए। बच्ची की चीखें सुनकर लोग इकट्ठा होते इससे पहले ही आरोपी मौके से फरार हो गए। बच्ची का मैडीकल करवाया गया, जिसमें बलात्कार की पुष्टि हो गई। पुलिस ने इस मामले में एक मजदूर राजू राम पर केस दर्ज कर लिया, जबकि परिजनों का आरोप है कि मुख्य आरोपी को बचा लिया गया और एक मजदूर पर केस दर्ज कर उसे गांव भेज दिया गया है। मुख्य आरोपी आपराधिक किस्म का व्यक्ति है और उस पर पहले भी केस दर्ज हैं। वहीं मकसूदां पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश में छापामारी की जा रही है और पूरे मामले में जांच की जा रही है। अगर कोई भी इस मामले में दोषी होगा तो उसके खिलाफ भी केस दर्ज किया जाएगा।