Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Nov, 2017 08:49 AM
पिम्स के पूर्व रैजीडैंट डायरैक्टर डा. कंवलजीत सिंह एवं सिक्योरिटी इंचार्ज महंत सिंह चंदेल के खिलाफ पंजाब महिला आयोग के पास दी गई एक पुरानी शिकायत के सिलसिले में 24 आवर फार्मेसी में काम करने वाली शिकायतकत्र्ता 4 महिला कर्मचारियों ने शुक्रवार को पिम्स...
जालंधर(अमित) : पिम्स के पूर्व रैजीडैंट डायरैक्टर डा. कंवलजीत सिंह एवं सिक्योरिटी इंचार्ज महंत सिंह चंदेल के खिलाफ पंजाब महिला आयोग के पास दी गई एक पुरानी शिकायत के सिलसिले में 24 आवर फार्मेसी में काम करने वाली शिकायतकर्ता 4 महिला कर्मचारियों ने शुक्रवार को पिम्स इंस्टीच्यूट ऑफ मैडीकल साइंसिज, सोसायटी के सहायक कंट्रोलर (वित्त व लेखा) शीतल मोहन के दफ्तर में अपने-अपने बयान दर्ज करवाए।
जानकारी के अनुसार कंवलजीत कौर, वृत्ति शर्मा, सोनिया और पूजा ने 12.30 बजे सरकारी डायरैक्टर के दफ्तर में निजी तौर पर पेश होकर अपने साथ हुई घटना की विस्तृत जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ अपनी शिकायत में बयान भी दर्ज करवाए। लगभग 5 घंटे तक चली लंबी कार्रवाई के बाद सहायक कंट्रोलर ने बयान कलमबद्ध करके कार्रवाई सम्पन्न की।
क्या है मामला, क्यों की गई थी शिकायत
पिम्स प्रबंधन और 24 आवर फार्मेसी में चल रहे विवाद के बीच 3 फरवरी, 2017 को प्रबंधन की तरफ से सुरक्षा कर्मचारियों ने फार्मेसी के दरवाजे को बाहर से बंद कर दिया था। सुबह 7 से लेकर शाम 6 बजे तक लगभग 11 घंटे तक स्टाफ को न तो अंदर जाने दिया गया और न ही बाहर आने दिया गया था।
इसके बाद 3 महिला कर्मचारियों ने महिला आयोग के पास शिकायत दर्ज करवाई थी कि उन्हें जबरदस्ती अंदर बंद करके रखा गया। पंजाब प्रदेश महिला आयोग ने सेहत व परिवार भलाई विभाग को आदेश जारी किया था कि मैरिट के आधार पर शिकायत की निष्पक्ष पड़ताल की जाए,संबंधित पक्षों की निजी सुनवाई की जाए व उनके बयान कलमबद्ध किए जाएं। 45 दिन के भीतर आयोग को उससे अवगत करवाया जाए। सेहत विभाग ने सरकारी डायरैक्टर डा. विमल सीकरी को इस मामले की जांच करने के आदेश जारी किए थे ताकि महिला आयोग के पास रिपोर्ट भेजी जा सके।