Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 05:09 PM
जिला होशियारपुर के पौसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अधीन पडऩे वाले 3 मिनी प्राथमिक केंद्र, 32 सब-सैंटर, 1 कम्युनिटी हैल्थ सैंटर, 2 ग्रामीण अस्पताल व 1 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बावजूद इस सैंटर के अधीन 152 गांवों में प्रदूषित पेयजल के चलते...
होशियारपुर(अश्विनी): जिला होशियारपुर के पौसी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अधीन पडऩे वाले 3 मिनी प्राथमिक केंद्र, 32 सब-सैंटर, 1 कम्युनिटी हैल्थ सैंटर, 2 ग्रामीण अस्पताल व 1 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होने के बावजूद इस सैंटर के अधीन 152 गांवों में प्रदूषित पेयजल के चलते बीमारियों में काफी बढ़ौतरी हुई है।
हैल्थ केयर मूवमैंट पंजाब के प्रधान जयगोपाल धीमान ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पौसी व सिविल सर्जन कार्यालय होशियारपुर से जो जानकारी आर.टी.आई. एक्ट अधीन प्राप्त की है, वह काफी ङ्क्षचताजनक है। 31 मार्च 2009 से लेकर 10 मार्च 2017 तक यहां कुल 11,144 लोगों की मौत हुई। इनमें से कैंसर पीड़ितों की संख्या 283 थी।
श्वास रोगों से मरने वाले लोगों की संख्या 172 थी। इस अवधि दौरान इन गांवों में जन्म लेने वाले नवजात बच्चों में से 105 मंदबुद्धि हैं। आर.टी.आई. से प्राप्त जानकारी देते हुए जयगोपाल धीमान ने बताया कि इस अवधि दौरान पंजाब सरकार की तरफ से पौसी के अधीन आते स्वास्थ्य केंद्रों के लिए 1,07,87,000 की राशि जारी की गई।
पानी के 449 सैम्पलों में से 216 पाए गए फेल
विभाग द्वारा विभिन्न गांवों से 449 पेयजल के सैम्पल लिए गए थे। इनमें से 216 सैम्पल फेल हो गए जबकि 32 का परिणाम अभी आना बाकी है।
जिलाधीश ने मांगी सिविल सर्जन व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से रिपोर्ट
इस संबंध में जिलाधीश विपुल उज्ज्वल ने बताया कि हैल्थ केयर मूवमैंट की तरफ से उन्हें जो ज्ञापन दिया गया, उस संदर्भ में मैंने सिविल सर्जन व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को तत्काल आवश्यक जानकारी देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन को पौसी ब्लॉक के गांवों में कैंसर की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान अधीन शिविर लगाकर कैंसर के लक्षणों व इसकी रोकथाम संबंधी जानकारी हेतु विशेष कैम्प लगाने के लिए भी कहा गया है।