Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jul, 2017 12:10 AM
सी.बी.आई. ने डिप्टी कंजर्वेटर ऑफ फॉरैस्ट व चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी....
चंडीगढ(सुशील/संदीप): सी.बी.आई. ने डिप्टी कंजर्वेटर ऑफ फॉरैस्ट व चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी के मैंबर सैक्रेटरी आई.एफ.एस. बीरेंद्र चौधरी को एक लाख रुपए रिश्वत लेते हुए सोमवार रात सैक्टर-27 स्थित उनके घर से दबोचा। आई.एफ.एस. बीरेंद्र चौधरी पर आरोप है कि वह 2 आरा फैक्टरी चलाने के लिए कंसैंट देने के नाम पर एक लाख रुपए मांग रहे थे। सी.बी.आई. टीम ने बीरेंद्र चौधरी के घर पर सर्च के दौरान 2 लाख रुपए कैश, बैंक अकाऊंट और प्रॉपर्टी के कागजात बरामद किए।
सी.बी.आई. ने रायपुर खुर्द स्थित आरा फैक्टरी मालिक राजिंद्र सिंह की शिकायत पर बीरेंद्र चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर उन्हें मंगलवार को जिला अदालत में पेश किया, जहां से सी.बी.आई. अदालत ने उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। राजिंद्र सिंह ने सी.बी.आई. को दी शिकायत में बताया कि 6 दिसम्बर, 2016 को चंडीगढ़ पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी के मैंबर सैक्रेटरी बीरेंद्र चौधरी ने आरा चलाने वाले सभी लोगों को नोटिस भेज कर कंसैंट लेने के लिए कहा था। नोटिस मिलने के बाद वह बीरेंद्र चौधरी से मिलने सैक्टर-27 स्थित दफ्तर पहुंचे, वहां पर 3 और आरा फैक्टरी मालिक मिलने पहुंचे हुए थे।
उन्होंने चारों से नोटिस के बारे में बातचीत की। बीरेंद्र चौधरी ने कहा कि अगर आरा चलाने के लिए कंसैंट लेनी है तो 50-50 हजार रुपए देने होंगे, उसके बाद ही कंसैंट जारी की जाएगी। आरा मालिकों ने कहा कि 50 हजार रुपए ज्यादा हैं तो 25-25 हजार रुपए में बात फाइनल हुई। बीरेंद्र चौधरी ने पैसे इक्टठे कर उन तक पहुंचाने के लिए राजिंद्र सिंह की जिम्मेदारी तय की थी। उनसे परेशान होकर चारों आरा मालिक ने मामले की शिकायत सी.बी.आई. को दी। सी.बी.आई. ने राजिंद्र सिंह से बीरेंद्र चौधरी को फोन करवाकर रिश्वत के पैसे देने वाली जगह के बारे में पूछा। उन्होंने राजिंद्र सिंह को अपनी सैक्टर-27 स्थित कोठी पर बुलाया।
सी.बी.आई. ने बीरेंद्र को पकडऩे के लिए करीब 9 बजे सैक्टर-27 में ट्रैप लगाया। राजिंद्र ने रिश्वत के एक लाख रुपए बीरेंद की कोठी में देकर आते ही सी.बी.आई. को इशारा कर दिया। सी.बी.आई. ने कोठी के अंदर जाते ही बीरेंद्र को एक लाख रुपए के साथ काबू कर लिया। सी.बी.आई. ने उनके हाथ धुलवाए तो उन पर रंग लगा हुआ पाया गया। इसके बाद सी.बी.आई. ने बीरेंद्र की कोठी और दफ्तर में सर्च अभियान चलाकर कई महत्वपूर्ण कागजात और नकदी बरामद की है।