Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Mar, 2018 03:25 PM
अमृतसर से दिल्ली की तरफ जाती सीधी जरनैली सड़क (जी.टी. रोड) पर स्थित पैप्सू की पूर्व कपूरथला रियासत का शहर फगवाड़ा किसी जान-पहचान का मोहताज नहीं है। दोआबा में बसते इस शहर व निकटवर्ती क्षेत्रों के रहने वाले पंजाबियों ने दुनिया के हर देश में झंडे गाड़े...
फगवाड़ा (रूपिन्द्र कौर): अमृतसर से दिल्ली की तरफ जाती सीधी जरनैली सड़क (जी.टी. रोड) पर स्थित पैप्सू की पूर्व कपूरथला रियासत का शहर फगवाड़ा किसी जान-पहचान का मोहताज नहीं है। दोआबा में बसते इस शहर व निकटवर्ती क्षेत्रों के रहने वाले पंजाबियों ने दुनिया के हर देश में झंडे गाड़े हैं एवं अन्य विशेषताओं के अतिरिक्त यहां शूगर मिल, जे.सी.टी. मिल व सुंदर लेडीज सूटों का बाजार होने की भी प्रसिद्धी हासिल है।
यह शहर पंजाब के नगर निगम में शमूलियत हासिल कर चुका है।फगवाड़ा शहर ने बहुत तरक्की की है लेकिन अगर ध्यान से देखा जाए तो कई गंभीर मुद्दे मुंह बाये खड़े हैं जिनमें से प्रमुख है आवारा घूमते कुत्तों की भरमार का मुद्दा। इन आवारा कुत्तों की शहर में पूरी दहशत है। फगवाड़ा निवासी रोजाना इनके हमलों के शिकार हो रहे हैं। कभी गलियों में कभी सड़कों में व कभी तो नगर निगम हाल में भी।
हर समय दहशत का माहौल, प्रशासन कर रहा बड़ी दुर्घटना की प्रतीक्षा
इन आवारा कुत्तों ने सड़कों व गलियों में बैठे या घूमते झुंडों से लोग हर समय दहशत में रहते हैं। कई बार तो बच्चों को इनसे बचते-बचते बड़ी चोटें लग जाती हैं व गंभीर घायल हो जाते हैं और आर्थिक तौर पर भी ऐसे ही खामियाजा भुगत रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है। शायद प्रशासन किसी बड़ी घटना की प्रतीक्षा कर रहा है।
पशु-पक्षियों पर जुल्म करने संबंधी कानून सख्त : प्रशासन
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने पशुओं व पक्षियों पर जुल्म करने से रोकने संबंधी सख्त आदेश जारी किए हैं। यह कहकर प्रशासन अगली कार्रवाई से हमेशा भागता नजर आया है लेकिन क्या स्थानीय प्रशासन को रोज होती दुर्घटनाओं की खबर नहीं पहुंचती?
क्या सिर्फ मारना ही हल होता है?
कहने का मतलब यह है कि स्थानीय प्रशासन को इन आवारा कुत्तों की रोकथाम के लिए जल्दी से जल्दी उचित व सार्थक प्रयास करने चाहिएं। ‘पंजाब केसरी’ ने इस गंभीर मुद्दे पर फगवाड़ा शहर निवासियों से बातचीत की।