Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Jan, 2018 10:22 AM
फगवाड़ा नगर निगम की नववर्ष 2018 की हुई पहली बैठक में तब जबरदस्त हंगामा हो गया जब भरे हाऊस में एक के बाद एक कर कई पार्षदों ने सीधे तौर पर भाजपा मेयर अरुण खोसला की कार्यशैली को मुद्दा बनाकर शहर में विकास कार्य न होने पर अपना गहरा रोष जताया। जारी...
फगवाड़ा (जलोटा): फगवाड़ा नगर निगम की नववर्ष 2018 की हुई पहली बैठक में तब जबरदस्त हंगामा हो गया जब भरे हाऊस में एक के बाद एक कर कई पार्षदों ने सीधे तौर पर भाजपा मेयर अरुण खोसला की कार्यशैली को मुद्दा बनाकर शहर में विकास कार्य न होने पर अपना गहरा रोष जताया। जारी घटनाक्र म के दौरान एक ओर जहां कांग्रेसी पार्षदों ने मेयर खोसला से कई अहम मुद्दों पर सवाल पूछे तो इस क्रम में सत्तासुख भोग रहे भाजपा के कुछ पार्षदों ने भी सीधे तौर पर पूछा कि आखिर उनके वार्ड में विकास कार्य क्यों नहीं हो पा रहे हैं।
मेयर को सूझते नहीं सूझा कोई सटीक जवाब
इस पर हाऊस के भीतर पार्षदों द्वारा दागे जा रहे अहम सवालों की बौछार से मेयर खोसला को सूझते हुए भी कोई सटीक जवाब नहीं सूझा और वह निरंतर इधर-उधर की बातें कर मुद्दे से कभी भटकते और कभी खुद को संभालते हुए पार्षदों के गुस्से को शांत करते दिखाई दिए, लेकिन हाऊस के भीतर हालात तब बेहद गंभीर रूप धारण कर गए जब कांग्रेसी पार्षदों संजीव बुग्गा, रामपाल उप्पल, जतिन्द्र वरमानी, संगीता गुप्ता, गुरबचन सिंह वालिया, दर्शन लाल धर्मसोत, बसपा पार्षद रमेश कौल सहित अन्य पार्षदों ने मेयर खोसला से यह पूछा कि जब हाऊस की पिछली बैठक जो गत वर्ष 17 नवम्बर को सम्पन्न हुई थी, में यह सर्वसम्मत्ति से पारित हुआ था कि अगली बैठक 18 दिसम्बर 2017 को शहर के विकास कार्यों को फोकस कर होगी, तब यह बैठक क्यों नहीं बुलाई गई? पार्षदों ने पूछा कि आज जो बैठक हो रही है, उसका एजैंडा भी उनको चंद घंटे पहले मिला है, ऐसा क्यों और इस एजैंडे में शहर के विकास संबंधी कार्यों का ब्यौरा क्यों नहीं रखा गया है?
कांग्रेसी पार्षद गुस्साए, एजैंडे की कापियां फाड़कर मेयर की तरफ फैंकीं
इस पर मेयर खोसला ने पार्षदों को जब कोई सटीक जवाब नहीं दिया तो कांग्रेसी पार्षदों ने एजैंडे की कापियां फाड़ मेयर खोसला की तरफ उछाल दीं और हाऊस के भीतर मेयर खोसला के खिलाफ जबरदस्त उग्र नारेबाजी शुरू हो गई। इस दौरान आंदोलनकारी पार्षदों को हाऊस में मौजूद निगम कमिश्रर बख्तावर सिंह ने शांत करने के भरसक प्रयास किए लेकिन मेयर के खिलाफ नारेबाजी का दौर जस का तस जारी रहा और बने हुए विकट हालात के बीच मेयर खोसला मुद्दे से भटकते हुए कभी कुछ तो कभी कुछ बोलते रहे लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी। इसके पश्चात जब पार्षदों ने यही सवाल निगम कमिश्रर बख्तावर सिंह से किया तो उन्होंने कहा कि ये सब मुद्दे मेयर खोसला के ध्यानार्थ ला दिए गए थे। यदि अब एजैंडे में विकास संबंधी मुद्दे गायब हैं तो इसका जवाब मेयर खोसला ही दे सकते हैं।
मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर कार्यालयों का मुद्दा भी उठा
इस दौरान कांग्रेसी पार्षदों संजीव बुग्गा, जतिन्द्र वरमानी, रामपाल उप्पल, दर्शन लाल धर्मसोत, संगीता गुप्ता सहित अन्य पार्षदों ने सवाल किया कि आखिर वह क्या वजह है कि जनता से उनकी कड़ी मेहनत का टैक्स के रूप में निगम को अदा किया जाता पैसा बार-बार कभी मेयर कार्यालय, कभी सीनियर डिप्टी मेयर कार्यालय तो कभी डिप्टी मेयर कार्यालय को आलीशान बनाने में खर्च किया जा रहा है? पार्षदों ने सवाल किए कि निगम ने जो एक दर्जन से ज्यादा माली रखे हैं, वे दिनभर क्या करते है, इसका हिसाब हाऊस को दिया जाए और यह स्पष्ट किया जाए कि इनकी कार्य के अनुसार कितनी जरूरत रहती है? उक्त सवालों को लेकर भी मेयर खोसला हाऊस के भीतर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए और एक बार फिर उक्त मामले को लेकर हो-हल्ला होना शुरू हो गया।
विकास कार्य रोकता है मेयर खोसला, इल्जाम लगाता है कैप्टन सरकार पर : जतिन्द्र वरमानी
कांग्रेसी पार्षद जतिन्द्र वरमानी व अन्य कांग्रेसी पार्षदों ने मेयर खोसला पर भरे हाऊस में सीधे आरोप लगाया कि मेयर खुद फगवाड़ा के विकास कार्य रोकता है। वरमानी ने कहा कि इसकी तस्दीक तो आज पूरे हाऊस के भीतर खुद कमिश्रर बख्तावर सिंह ने भी कर दी है। उन्होंने कहा कि हैरानी वाली बात यह है कि खुद फगवाड़ा की जनता के हितों का गला घोंट विकास कार्य रुकवाने वाले मेयर खोसला उलटा कभी लोगों को सार्वजनिक तौर पर तो कभी मीडिया में यह कहते हैं कि फगवाड़ा के विकास कार्य रोकने में कांग्रेस की कैप्टन सरकार जिम्मेदार है। वरमानी ने कहा कि आज सब साफ हो गया है कि कौन क्या कर रहा है और कैसे फगवाड़ा के विकास कार्य रोके जा रहे हैं।
शहर का बुरा हाल है पर मेयर को कोई फिक्र नहीं : पार्षद रामपाल उप्पल
कांग्रेसी पार्षद रामपाल उप्पल ने मेयर खोसला से सीधे सवाल कर पूछा कि वह बताएं कि शहर का दिन-ब-दिन बुरा हाल होता चला जा रहा है। पिछले लंबे समय से एक भी विकास कार्य ठीक ढंग से नहीं हुआ है। जनता को मूलभूत सुविधाओं जैसे सीवरेज, स्वच्छ पेयजल व स्ट्रीट लाइट व्यवस्था में निरंतर आ रही भारी खामियों से नारकीय जीवन जीना पड़ रहा है, लेकिन दुख की बात है कि मेयर खोसला को इसकी कोई फिक्र तक नहीं है। वह अपने निजी कार्यों में मस्त हैं जबकि जनता बुरी तरह से त्रस्त है। यह सब कितने दिनों तक ऐसे ही चलता रहेगा? इस पर मेयर खोसला को फिर कोई जवाब ढूंढते हुए भी नहीं मिला।
अपटूडेट मालियों को लेकर स्थिति स्पष्ट करें मेयर खोसला : पार्षद संजीव बुग्गा
बैठक के दौरान कांग्रेसी पार्षद संजीव बुग्गा ने मेयर खोसला से पूछा कि वह बताएं कि पैंट-शर्ट व जींस पहनकर अपटूडेट होकर रोज निगम आने वाले माली क्या करते हैं, जिनको निगम अब तक लाखों रुपए का वेतन सरकारी खजाने से अदा कर चुका है और यह दौर निरंतर जारी है? बुग्गा ने कहा कि पूरा हाऊस जानना चाहता है कि वे माली क्या करते हैं और कहां पर जाकर पेड़-पौधे लगाकर इनका रख-रखाव कर रहे हैं? बुग्गा ने कहा कि सच्चाई यह है कि ज्यादातर मामलों में उक्त माली भाजपा नेताओं के घरों व दफ्तरों में घूमते हैं और इनके निजी कार्य करते हैं जबकि इनको वेतन निगम द्वारा अदा किया जा रहा है। इस सारे मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए।
बतौर निगम कमिश्रर मैंने विकास कार्यों को लेकर जो पहल की उसे मेयर ने रोका : निगम कमिश्रर
नगर निगम कमिश्रर बख्तावर सिंह ने कहा कि बतौर कमिश्रर उन्होंने शहर के विभिन्न विकास कार्यों व इस दिशा में संबंधित पार्षदों द्वारा हाऊस की पूर्व में हुई बैठकों को आधार बना सारा एजैंडा मेयर अरुण खोसला के ध्यानार्थ लाया था, लेकिन यदि विकास कार्यों को एजैंडे में नहीं डाला गया है तो इसकी जवाबदेही आधिकारिक तौर पर मेयर खोसला की ही बनती है। उन्होंने कहा कि यदि विकास कार्यों को एजैंडे में डालने से रोका गया है तो यह कार्य मेयर खोसला ने किया है। उनकी तरफ से कोई चूक नहीं हुई है। मेयर अब हाऊस व संबंधित पार्षदों के पूछे जा रहे सवालों का खुद ही जवाब दें और फगवाड़ा की जनता को बताएं कि विकास कार्यों को क्यों नहीं होने दिया जा रहा है।
बहुत हो चुका मेयर साहब मैं सहमत नहीं : पार्षद अनुराग मानखंड
बैठक के दौरान भाजपा के तेज-तर्रार युवा पार्षद अनुराग मानखंड ने यह कहकर भाजपा मेयर खोसला को इधर-उधर झांकने पर विवश कर डाला जब उन्होंने कहा कि वह बतौर पार्षद निगम पर अब और किसी भी प्रकार का फिजूल खर्चों का भार डाले जाने के सख्त खिलाफ हैं। मानखंड ने कहा कि जो प्रस्ताव एजैंडे में 4 से 6 पैंङ्क्षडग रखने की बात कही गई है, उसकी कोई जरूरत नहीं है क्योंकि निगम के पास पहले ही भारी संख्या में स्टाफ मौजूद है। मानखंड ने कहा कि मेयर खोसला को हाऊस को खुलकर बताना चाहिए कि निगम स्तर पर जो माली रखे गए हैं, वे दिनभर क्या करते हैं और उनको कहां पर और किस कार्य पर तैनात किया गया है।
मानखंड ने एक बार फिर शहर की पॉश कालोनी गुरु हरगोबिन्द नगर में बेशकीमती सरकारी जमीन पर अर्से से लग रही अवैध रेहडिय़ों के मुद्दे को उठाते हुए मेयर से पूछा कि आखिर इस दिशा में निगम पहल कर इस इलाके को अवैध कब्जों से क्यों मुक्त नहीं करवा रहा है? मानखंड ने सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए हाऊस के अंदर बेबाकी से कहा कि जो अवैध कब्जे हुए हैं अथवा हो रहे हैं, उसके पीछे निगम के कुछ सरकारी अफसरों की मिलीभगत है और उनको राजसी तौर पर कौन शह देता है, यह सारे फगवाड़ा को भली-भांति पता है।
श्मशानघाट का है बुरा हाल, कुछ तो करो मेयर साहब : पार्षद मंदीप कौर
हाऊस में भाजपा पार्षद मंदीप कौर ने मेयर खोसला से पूछा कि उनके गृह वार्ड नं.-31 में स्थित श्मशानघाट की हालत बेहद खस्ता है। इसे लेकर वह कई बार जनहित में हाऊस में यह मुद्दा उठा चुकी हैं, लेकिन बड़े अफसोस से उनको रोष भरे लहजे में यह कहना पड़ रहा है कि इस दिशा में कुछ भी नहीं किया गया है। आखिर श्मशानघाट की हालत कब सुधरेगी। उन्होंने कहा कि वह हैरान है कि जनहित के उक्त मुद्दे को लेकर कुछ भी नहीं किया जा रहा है।
मेरे वार्ड में रुके विकास कार्य कब होंगे मेयर साहब : पार्षद सविता आहूजा
इसी तर्ज पर भाजपा पार्षद सविता आहूजा ने अपने वार्ड में विकास कार्य न होने के सीधे आरोप लगाए और सवाल कर पूछा कि ये विकास कार्य कब होंगे। आखिर जनता उनसे ये प्रश्र बतौर भाजपा पार्षद करती है।
क्या कहते हैं मेयर खोसला
मीटिंग के बाद मेयर अरुण खोसला के साथ हुई पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि प्रत्येक वार्ड में बिना भेदभाव के सभी काम करवाए जा रहे हैं लेकिन फिर भी कुछ कौंसलरों द्वारा मेयर चोर के नारे लगाए गए हैं जो कि दुखदायक है। मेयर ने कहा कि हर कौंसलर को हाऊस में बोलने का अधिकार है व प्रत्येक कौंसलर को लोगों ने चुनकर भेजा है कि उनकी समस्याएं हाऊस में रखेंगे। लोग भी देखते हैं कि कौंसलर काम करने की बजाय गलत भाषा का प्रयोग करते हैं। हम हाऊस में प्रस्ताव लाएंगे कि किसी भी तरह की गलत भाषा का प्रयोग कोई भी न कर सके। बाकी रही विकास के कार्यों की बात तो फगवाड़ा में पंजाब की नगर निगमों में से सबसे अधिक काम हुए हैं। हां कुछ स्थानों पर थोड़ी रिपेयर आदि का काम रुका हुआ है क्योंकि हमें अभी तक ग्रांट नहीं मिली है। ग्रांट आते ही सारे काम पूरे करवा दिए जाएंगे।