Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Feb, 2018 03:04 PM
फगवाड़ा की पॉश कालोनी न्यू माडल टाऊन में स्थित माया टावर में स्टेट बैंक आफ इंडिया के ए.टी.एम. कक्ष के बाहर दिन-दिहाड़े 3 अज्ञात पिस्तौलधारी लुटेरों द्वारा सिक्योरिटी ट्रांस प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के कर्मचारियों से 50 लाख रुपए की नकदी से भरा ट्रंक...
फगवाड़ा(जलोटा): फगवाड़ा की पॉश कालोनी न्यू माडल टाऊन में स्थित माया टावर में स्टेट बैंक आफ इंडिया के ए.टी.एम. कक्ष के बाहर दिन-दिहाड़े 3 अज्ञात पिस्तौलधारी लुटेरों द्वारा सिक्योरिटी ट्रांस प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी के कर्मचारियों से 50 लाख रुपए की नकदी से भरा ट्रंक लूटने की घटी वारदात को 3 वर्ष से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी पुलिस तंत्र आरोपी डकैतों की असली पहचान नहीं कर पाया है।
सनद रहे कि उक्त डकैती संबंधी फगवाड़ा के तत्कालीन एस.पी. गुरसेवक सिंह बराड़ ने दावा करते हुए कहा था कि पुलिस को लूट कांड को लेकर अहम लीड्स मिल चुकी है। यह भी पता चला था कि पुलिस के हाथ लुटेरों की कार की सी.सी.टी.वी. फुटेज लगी है, लेकिन अब लम्बा समय बीत जाने के बाद भी शहर में घटी उक्त बड़ी डकैती का रहस्य ज्यों का त्यों बरकरार है और यह आज भी गहरा राज ही है कि फगवाड़ा में 50 लाख रुपए की लूट करने वाले आरोपी लुटेरे कौन थे और वारदात को अंजाम दे लाखों रुपए की नकदी सहित कहां गायब हो गए?इस संबंधी शीर्ष पुलिस अधिकारी निरंतर यही दावा कर रहे हैं कि पुलिस उक्त डकै ती को हर हालत में सुलझाने हेतु प्रयासरत है। डकैती को लेकर पुलिस हर स्तर पर जांच कर रही है। उन्होंने भरोसा दिया है कि उक्त डकैती कांड को अंजाम देकर गए आरोपी अब ज्यादा देर तक पुलिस के हाथों से बच नहीं सकेंगे।
लुटेरों के फरार होने के बाद पुलिस ने किया था खुलासा
बता दें कि पुलिस ने इस वारदात का तब खुलासा किया था जब आरोपी लुटेरे वारदात को अंजाम देने के पश्चात घटना स्थल के करीब पार्क की गई सिल्वर रंग की स्विफ्ट कार में सवार होकर इलाके से फरार हो गए थे।
तब लूट का शिकार बने सिक्योरिटी ट्रांस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारी धर्मवीर पुत्र खरैती राम वासी पलाही गेट फगवाड़ा ने आप बीती सुनाते हुए बताया था कि 3 लुटेरों ने उसे न्यू माडल टाऊन के माया टावर में लगे ए.टी.एम. कक्ष के बाहर सड़क पर पिस्तौल दिखाकर घेर लिया और 1 लुटेरे ने उसके हाथ में पकड़े 50 लाख रुपए की नकदी से भरे ट्रंक को छीन लिया। उसने बताया था कि इससे पहले उसने स्टेट बैंक आफ इंडिया के उक्त ए.टी.एम. में 5 लाख रुपए की नकदी भरी थी।
कंपनी के 3 अन्य कर्मचारियों जिनमें सुरक्षा गार्ड हरचरण सिंह, दीपक व वाहन (जिसमें रख कर नकदी ए.टी.एम. कक्ष तक पहुंची) के ड्राइवर अमरजीत ने बताया था कि इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता, लुटेरे घटनास्थल के करीब पार्क की गई सिल्वर रंग की स्विफ्ट मारूति कार में सवार होकर वहां से फरार हो गए। सुरक्षा गार्ड हरचरण सिंह ने पुलिस को बताया था कि जब उक्त लूट हुई तब उसके हाथ में 12 बोर की दोनाली पिस्तौल थी, लेकिन उसने लुटेरों पर फायर इसलिए नहीं किया क्योंकि तब इलाके में लोगों की भीड़-भाड़ थी और यदि वो फायर करता तो मासूम लोग इसके शिकार बन सकते थे।