Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Mar, 2018 10:06 AM
रैगुलर होने के बावजूद महज बेसिक वेतन मिलने के रोष में आए कम्प्यूटर अध्यापकों ने अब सरकार से आर-पार की लड़ाई लडऩे का फैसला कर लिया है जिसके तहत आज जिला कपूरथला से कम्प्यूटर अध्यापक शिक्षा विभाग द्वारा रोड़े अटकाने के बावजूद मोहाली में की रैली में...
सुल्तानपुर लोधी (धीर): रैगुलर होने के बावजूद महज बेसिक वेतन मिलने के रोष में आए कम्प्यूटर अध्यापकों ने अब सरकार से आर-पार की लड़ाई लडऩे का फैसला कर लिया है जिसके तहत आज जिला कपूरथला से कम्प्यूटर अध्यापक शिक्षा विभाग द्वारा रोड़े अटकाने के बावजूद मोहाली में की रैली में हिस्सा लेने जा रहे हैं। इन शब्दों का प्रकटावा अरुण दीप सिंह थिंद प्रदेश महासचिव कम्प्यूटर अध्यापक यूनियन, जिलाध्यक्ष रमन कुमार, महासचिव जगजीत सिंह थिंद आदि ने रैली में जाने से पहले विभाग व सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए रोष प्रकट करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि रैगुलर होने के बावजूद सरकार उनको शिक्षा विभाग का अंग नहीं मानती और जो सुविधाएं व सहूलियतें एक रैगूलर अध्यापक को दी जाती हैं, उनको उन सुविधाओं से महरूम रखा जा रहा है।
वर्ष 2005 में कैप्टन सरकार ने शिक्षा विभाग की पंजाब आई.सी.टी. सोसाइटी अधीन अध्यापकों की भर्ती की गई थी, उसके उपरांत कम्प्यूटर अध्यापकों की सेवाओं को वर्ष 2011 में अकाली-भाजपा सरकार ने रैगुलर करके नोटीफिकेशन में पंजाब सी.एस.आर. रूल्ज अधीन सेवाएं रैगूलर की गई थी पर अफसोस की बात है कि इन शर्तों को कम्प्यूटर अध्यापकों पर लागू नहीं किया गया। जिस कारण कम्प्यूटर अध्यापकों ने ‘करो या मरो’ वाली नीति अपनाकर संघर्ष पर चलने के लिए मजबूर है।