Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Feb, 2018 08:01 AM
प्रदेश भर में गरीब महिलाओं को महिला कर्ज योजना के तहत कर्ज दिलवाने का झांसा देकर पैसे ठगने वाला शातिर गिरोह सक्रिय है। थाना सिटी कपूरथला पुलिस द्वारा 11 महिलाओं को कर्ज देने के नाम पर उनसे करीब 96000 रुपए ठगने वाले आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने का...
कपूरथला (भूषण): प्रदेश भर में गरीब महिलाओं को महिला कर्ज योजना के तहत कर्ज दिलवाने का झांसा देकर पैसे ठगने वाला शातिर गिरोह सक्रिय है। थाना सिटी कपूरथला पुलिस द्वारा 11 महिलाओं को कर्ज देने के नाम पर उनसे करीब 96000 रुपए ठगने वाले आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करने का मामला कोई नया नहीं है, इससे पहले भी कपूरथला के कई थाना क्षेत्रों की पुलिस इस संबंध में कई मामले दर्ज कर चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी जागरूकता की कमी के कारण लोग ऐसे गिरोह के चक्कर में फंस कर अपनी खून-पसीने की कमाई गंवा देते हैं।
आरोपियों का सही पता न होने के कारण नहीं दर्ज होती शिकायत
केंद्र व प्रदेश सरकारों द्वारा गरीब व महिला वर्ग के रोजगार के लिए लागू की गई कर्ज स्कीमों का दुरुपयोग कर प्रदेश में ऐसे कई गंैग सक्रिय हो चुके हैं जो शहरों व गांवों में पोस्टर लगा कर 5000 से लेकर 15000 रुपए की राशि कमीशन के तौर पर लेने के बाद लोगों को 2 से 3 लाख रुपए का बैंक कर्ज दिलवाने का झांसा देते हैं। इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाला पहलू तो यह होता है कि लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले ऐसे गिरोह से जुड़े लोगों का न तो कोई स्थायी पता होता है व न ही कोई कार्यालय।
शहर बदलता रहता है गिरोह
मिली जानकारी के अनुसार गिरोह के लोग एक जिले में लोगों को ठगी का शिकार बनाने के बाद दूर-दराज व अन्य जिलों में अपनी ठगी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर देते हैं। इन लोगों का शिकार ज्यादातर गरीब व मध्यम वर्गीय परिवार होते हैं जिनको इन स्कीमों के संबंध कोई जानकारी नहीं होती तथा वह जागरूकता की कमी के कारण अपनी मेहनत की कमाई गंवा देते हैं। हालांकि इन लोगों के पास किसी को बैंक से कर्ज लेकर देने का कोई लाइसैंस भी नहीं होता।
बैंक अकाऊंट में ट्रांसफर करवाया जाता है पैसा
गंैग में शामिल लोगों से मोबाइल पर संपर्क कर उन्हें अपने बैंक अकाऊंट में पैसा ट्रांसफर करने की सलाह देते हैं, जिसके दौरान गरीब लोग लाखों का कर्ज पाने के चक्कर में इन लोगों के बैंक अकाऊंट में हजारों रुपए ट्रांसफर कर देते हैं, जिसके उपरांत गिरोह में शामिल लोग एकदम से गायब हो जाते हैंतथा ऐसे लोगों के कार्यालय या घर की जानकारी न होने के कारण ज्यादातर लोग पुलिस में शिकायत भी दर्ज नहीं करवाते, जिसके कारण इस गैंग से जुड़े लोगों के हौसले बुलंदियों पर पहुंच जाते हैं तथा वे बेखौफ होकर अपनी गतिविधियों को अंजाम देते हैं।