Edited By Updated: 15 Aug, 2016 01:52 AM
पंजाब कांग्रेस ने कहा है कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अपनी सरकार के सी.पी.एस. बचाने के लिए सुप्रीमकोर्ट का...
जालन्धर(धवन): पंजाब कांग्रेस ने कहा है कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अपनी सरकार के सी.पी.एस. बचाने के लिए सुप्रीमकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का ऐलान जितनी तेजी से किया है उतनी तेजी अगर उन्होंने एस.वाई.एल. नहर के मामले में दिखाई होती तो पंजाब के पक्ष में फैसला आ सकता था। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुनील जाखड़ ने कहा कि हाईकोर्ट द्वारा सी.पी.एस. की नियुक्तियों को खारिज करने से पंजाब सरकार घबरा गई है।
जाखड़ ने मुख्यमंत्री से सवाल किाय कि बादल अगर तेजी के साथ एस.वाई.एल. के मामले में प्रधानमंत्री के पास अपना पक्ष रखते तो पंजाब को नुक्सान नहीं होना था। मुख्यमंत्री नेसुप्रीमकोर्ट में एस.वाई.एल. केस की पैरवी करने की बजाय इस मुद्दे को सियासी तौर पर हवा देने की कोशिशें की। वह पंजाबियों को उकसाते रहे।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने 18 विधायकों को लाल बत्ती देने की ङ्क्षचता है। उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि इससे सरकारी खजाने पर कितना बोझ पड़ेगा। उन्होंने आम आदमी पार्टी की भी मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्तियां रद्द करने के मामले में खामोशी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि दिल्ली में ‘आप’ सरकार मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्तियों को लेकर फंसी हुई है। ऐसी स्थिति में वह पंजाब में किस तरह से हाईकोर्ट के फैसले पर टीका-टिप्पणी कर सकती है।