Edited By Updated: 29 Sep, 2016 01:48 PM
6 अगस्त को गोलियों का शिकार हुए दिवंगत अार.एस.एस. के प्रांत सह संघचालक ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा की हत्या को लेकर ई-मेल कुछ अखबारों को मिली है जिसमें आतंकी संगठन दशमेश रेजिमैंट ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।
जालंधर(पाहवा): 6 अगस्त को गोलियों का शिकार हुए दिवंगत अार.एस.एस. के प्रांत सह संघचालक ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा की हत्या को लेकर ई-मेल कुछ अखबारों को मिली है जिसमें आतंकी संगठन दशमेश रेजिमैंट ने हत्या की जिम्मेदारी ली है।
इस मेल की सच्चाई जानने के लिए पुलिस कमिश्नर अर्पित शुक्ला ने जांच मोहाली साईबर सेल को कहा है। साइबर सेल जांच करेगा कि अखबार के दफ्तरों में किस आइ.पी. एड्रेस से मेल की गई। आइ.पी. एड्रेस कहां से चल रहा है और कौन आपरेट कर रहा है । शुक्ला ने कहा कि जल्द ही प्रैस नोट की पूरी गुत्थी को साईबर सेल की मदद से सुलझाकर प्रैस कान्फ्रेंस की जाएगी।
दशमेश रेजीमैंट ने जगदीश गगनेजा की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि जगदीश गगनेजा और लुधियाना के शिवसेना नेता दुर्गा प्रसाद गुप्ता दोनों ही पंथ और सिख विरोधी गतिविधि कर रहे थे। प्रैस नोट जारी करने वाले राजिंदर सिंह जिंदा नाम के शख्स ने दावा किया कि गगनेजा ने बेहद कम समय में आर.एस.एस. की कई शाखाएं पूरे पंजाब में खोल दी थी।
जिंदा ने अकाली-भाजपा गठबंधन वाली सरकार की भी आलोचना की है। साथ ही चेताया कि गगनेजा की तरह ही अन्य जो भी सिख विरोधी गतिविधि करता है तो उसका भी यही अंजाम होगा। समाचार पत्रों में प्रेस नोट जारी होते ही पुलिस और सी.बी.आई जांच में तेजी लाई है। जालंधऱ के माडल टाउन इलाके में सी.बी.आई की टीम रेस्टहाऊस में दो दिनों से ठहरी हुई है। सी.बी.आई. अधिकारियों ने कुछ भी कहने से इन्कार किया है।