Edited By Updated: 16 Jun, 2016 05:24 PM
आम आदमी पार्टी (आप)के पंजाब संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन अमरेंद्र सिंह से नैतिकता के
जालंधरः आम आदमी पार्टी (आप)के पंजाब संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कैप्टन अमरेंद्र सिंह से नैतिकता के आधार पर इस्तफ की मांग की है। छोटेपुर ने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र ने दिल्ली में 1984 के सिख दंगों के दोषी कमलनाथ को निर्दोष करार देते हुए क्लीन चिट दी थी लेकिन उनके द्वारा पंजाब में कांग्रेस के प्रभारी पद स्वीकार नहीं किए जाने से सिद्ध होता है कि वह खुद को दोषी मानते हैं ।
कमलनाथ का पक्ष लेने के कारण कैप्टन अमरेंद्र को भी नैतिकता के आधार पर प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। छोटेपुर ने कहा कि कमलनाथ को क्लीन चिट देते समय उन्होंने कहा था कि दंगों में केवल पांच लोग शामिल थे अगर कमलनाथ शामिल होते तो जरूर पता चलता। छोटेपुर ने कैप्टन अमरिंदर से पूछा कि जो पांच लोग दंगों में शामिल थे वह सभी पार्टी के उच्च पदों पर रहे हैं क्या उन्होंने उनका विरोध किया। उन्होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल ने भी कमलनाथ को निर्दोष बताया था। छोटेपूर ने कहा कि केन्द्र सरकार ने दंगों की जांच करने के लिए कमेटी का गठन किया है।
केन्द्र में अब मोदी सरकार है इसलिए बादल प्रधानमंत्री से बात कर कमलनाथ पर मामला दर्ज कराए। उन्होंने कहा कि अकाली दल और भाजपा केवल चुनावों के समय ही ऐसी बाते करते है वास्तविकता में उनका इस मुद्दे को हल करने में कोई रूचि नहीं है। आंतकवाद के दौरान पंजाब में भी लगभग 35 हजार लोग मारे गए थे जिनकी कभी पूरी जांच नही हुई । पंजाब में आप की सरकार बनने पर मारे गए इन लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए कमेटी का गठन करेंगे तथा दोषियों को सजा दिलाएंगे। उन्होंने बताया कि सभी धर्मों की इज्जत करते हुए पंजाब की भाईचारे ,शांति, अमन तथा खुशहाली के लिए तथा पंजाब के माहौल को सुधारने के लिए सदभावना यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।
यह यात्रा 19 जून को श्री दरबार सहिब में अरदास के साथ आरंभ हो कर जालंधर के गिरजा घर, मलेरकोटला के ईदगाह से होते हुए पटियाला के कालीमाता मंदिर में संपन्न होगी। यात्रा में सुच्चा सिंह छोटेपुर, कैप्टन आर आर भारद्वाज सहित पार्टी के सभी नेता शामिल होंगे। पार्टी नेता बलजिंदर कौर ने बताया कि महिला इकाई द्वारा नशा, मंहगाई तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ आठ जून से सभी 117 विधानसभा हलकों में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है जिसे एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी विधानसभा हलकों में 20- 20 महिलाओं के दल बनाए गए हैं जो घर-घर जा कर महिलाओं को जागरूक करेंगी।