Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Feb, 2018 12:54 PM
जालंधर-सूरानुस्सी के बीच पड़ती फ्रैंड्स कॉलोनी के पास 30 अक्तूबर 2017 को रेलवे लाइन पर गुरु अमरदास नगर के रहने वाले भरत वर्मा और उसके दोस्त जसकरण सिंह के शव मिले थे। जी.आर.पी. ने दोनों दोस्तों की मौत को एक हादसा बताया था लेकिन मृतकों के परिजनों ने...
जालंधर (गुलशन): जालंधर-सूरानुस्सी के बीच पड़ती फ्रैंड्स कॉलोनी के पास 30 अक्तूबर 2017 को रेलवे लाइन पर गुरु अमरदास नगर के रहने वाले भरत वर्मा और उसके दोस्त जसकरण सिंह के शव मिले थे। जी.आर.पी. ने दोनों दोस्तों की मौत को एक हादसा बताया था लेकिन मृतकों के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी।
इस पर ए.डी.जी.पी. रेलवे रोहित चौधरी के निर्देशों पर पहले एस.एच.ओ. बलदेव सिंह रंधावा और फिर डी.एस.पी. सुरेन्द्र कुमार ने अपने-अपने स्तर पर जांच की। जांच में उन्होंने दोनों दोस्तों की मौत को एक एक्सीडैंट बताया लेकिन भरत शर्मा के पिता अश्विनी वर्मा इस बात से सहमत नहीं हुए उन्होंने डी.जी.पी. से मिलकर केस की दोबारा जांच कराने की मांग की। अब घटना की जांच एस.पी. इन्वैस्टीगेशन बलराज सिंह गिल द्वारा शुरू की गई है। वीरवार को वह पटियाला से विशेष तौर पर केस की इंक्वायरी करने के लिए जालंधर पहुंचे।
उन्होंने मोबाइल कॉल डिटेल के मुताबिक भरत वर्मा के कुछ दोस्तों को दफ्तर में बुलाकर पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने उनको साथ लेकर घटनास्थल का दौरा भी किया। घटनास्थल पर उन्होंने विभिन्न पहलुओं की जांच की। उन्होंने एस.एच.ओ. रंधावा को आसपास रहने वाले लोगों के बयान लेने के लिए कहा। इस मौके पर एस.पी. इन्वैस्टीगेशन ने भरत वर्मा के दोस्तों और पिता अश्विनी वर्मा को कहा कि मामले की जांच मैरिट के आधार पर की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर इस बारे किसी को कोई भी जानकारी है तो वह उन्हें बिना भय के बता सकता है। वहीं एस.पी. ने भरत के सभी दोस्तों को पटियाला स्थित उनके दफ्तर में बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया है। दूसरी तरफ इस दौरान जसकरण सिंह के परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था।