Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Feb, 2018 09:49 AM
रात होते ही पी.ए.पी. चौक से लेकर बस स्टैंड तक किन्नरों का रूप धारण कर असाामाजिक तत्वों का एक ग्रुप सक्रिय हो जाता है। बीते कई महीनों से यह सिलसिला चल रहा है। इन्हें देखते ही कई मनचले अपने वाहन रोक कर इनसे बातचीत का सिलसिला शुरू करते हैं और इसके बाद...
जालंधर(कमलेश): रात होते ही पी.ए.पी. चौक से लेकर बस स्टैंड तक किन्नरों का रूप धारण कर असाामाजिक तत्वों का एक ग्रुप सक्रिय हो जाता है। बीते कई महीनों से यह सिलसिला चल रहा है। इन्हें देखते ही कई मनचले अपने वाहन रोक कर इनसे बातचीत का सिलसिला शुरू करते हैं और इसके बाद जिस्मफिरोशी के लिए दाम तय होते हैं और दाम तय होने के बाद ये असाामाजिक तत्व वाहन में उनके साथ सवार होकर निकल जाते हैं। यह सारा मामला पिछले काफी समय से शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है, लेकिन इसके बावजूद पुलिस प्रशासन ऐसे बहुरूपियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। बस स्टैंड के अंदर दुकान करने वाले एक व्यक्ति से इस बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि कुछ माह पहले किन्नर का रूप बनाने वाले इन बहरूपियों ने बस स्टैंड में भी काफी आतंक मचाया हुआ था लेकिन फिर सभी दुकानदारों ने मिलकर इन्हें बस स्टैंड से खदेड़ दिया। अब वे इक्का-दुक्का ही बस स्टैंड के बाहर दिखाई देते हैं।
असल किन्नरों को भी कर रहे बदनाम
शहर में सक्रिय ऐसे बहुरूपिए असल किन्नरों को भी बदनाम कर रहे हैं, कई बार ऐसे मामले देखे गए हैं जहां असली किन्नरों को इन बहरूपियों की छित्तर परेड करते हुए भी देखा गया है।
हो सकती है कोई आपराधिक घटना
पैसे के लालच में ये बहुरूपिए किसी आपराधिक घटना को भी अंजाम दे सकते हैं, क्योंकि इनका एक ग्रुप है और ये प्लाङ्क्षनग के साथ कभी भी किसी को अपना शिकार बना सकते हैं। इसलिए पुलिस प्रशासन को चाहिए कि ऐसी कोई भी अनहोनी घटना होने से पहले इन बहुरूपियों को काबू किया जाए।