Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Mar, 2018 11:12 AM
स्कूलों के बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोर्ट की तरफ से गाइड लाइन जारी की हुई है मगर बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई भी गम्भीर नजर नहीं आ रहा। इस तरफ न ही स्कूल संचालकों और न ही जिला प्रशासन द्वारा कोई सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। स्कूल संचालकों को दी गई...
जालंधर (शाह): स्कूलों के बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोर्ट की तरफ से गाइड लाइन जारी की हुई है मगर बच्चों की सुरक्षा को लेकर कोई भी गम्भीर नजर नहीं आ रहा। इस तरफ न ही स्कूल संचालकों और न ही जिला प्रशासन द्वारा कोई सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।स्कूल संचालकों को दी गई हिदायतों के मुताबिक स्कूल प्रबंधन को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि बच्चों को सड़क पर उतारने की बजाय स्कूल के अंदर ही बसों से उतारा व चढ़ाया जाए ताकि बच्चे किसी सड़क दुर्घटना का शिकार न हो जाएं। कई स्कूल संचालकों की तरफ से इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा और बच्चों को स्कूल के बाहर ही सड़क पर उतारा व चढ़ाया जा रहा है जिससे किसी भी समय कोई बड़ी घटना घट सकती है। आजकल 10वीं व 12वीं कक्षा के बच्चों के इम्तिहान चल रहे हैं जिसके लिए जालंधर-अमृतसर नैशनल हाईवे पर स्थित एक स्कूल में कई स्कूलों के बच्चों के लिए सैंटर बनाया गया है। पंजाब केसरी की टीम ने जब यहां का दौरा किया तो स्कूल के बाहर स्थित सर्विस लेन पर ही सभी स्कूलों की बसें खड़ी की हुई थीं और बच्चों को सड़क पर ही बसों से नीचे उतारा जा रहा था। पेपर खत्म होने के बाद जब बच्चे स्कूल से बाहर आए तो उन्हें सड़क पर ही बसों में चढ़ाया गया जो कि नियमों के बिल्कुल विपरीत है।
बच्चों को कंट्रोल करने के लिए तैनात नहीं किया गया कोई कर्मचारी
स्कूल से छुट्टी होने के बाद बच्चे एकदम से भागते हुए बाहर आते हैं। बच्चों को कंट्रोल करने के लिए किसी भी कर्मचारी को तैनात नहीं किया गया है। नैशनल हाईवे होने के चलते इस सड़क पर चलने वाले वाहनों की स्पीड भी काफी अधिक होती है जिस कारण यहां किसी भी समय बच्चे किसी सड़क दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं।
बैरीकेड तो हैं मगर ट्रैफिक पुलिस गायब
स्कूल के बाहर सड़क ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए बैरीकेड तो रखे गए हैं मगर वहां पर ट्रैफिक पुलिस का कोई भी कर्मचारी तैनात नहीं किया गया है। यहां पर ट्रैफिक पुलिस का तैनात होना अत्यावश्यक है ताकि स्कूल से छुट्टी होने पर बच्चों को ट्रैफिक रोककर सुरक्षित निकाला जा सके।
सड़क पर लग जाता है जाम
विभिन्न स्कूलों के बच्चों को लेकर आने वाली बसें सुबह से लेकर दोपहर तक सड़क पर ही खड़ी रहती हैं जिस कारण सड़क पर जाम लग जाता है। इससे वहां से गुजरने वाले आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा कोई भी दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है।