Edited By Updated: 29 Jul, 2016 10:24 AM
आर.टी.आई. द्वारा एन.जी.ओ. सत्यमेव जयते ने जालंधर शहर के आसपास हाईवे पर लगाए गए 697 खजूर के पेड़ों की बर्बादी से पर्दा उठाया है।
जालंधर(बुलंद): आर.टी.आई. द्वारा एन.जी.ओ. सत्यमेव जयते ने जालंधर शहर के आसपास हाईवे पर लगाए गए 697 खजूर के पेड़ों की बर्बादी से पर्दा उठाया है। इस बारे आज एक प्रैस कान्फ्रैंस कर संगठन के प्रधान कपिल भाटिया, उप चेयरमैन पंकज मेहता, एडवोकेट सोहित तलवाड़, एडवोकेट अनूप गौतम व रविन्द्रपाल सिंह चड्ढा ने बताया कि वन विभाग पंजाब द्वारा नैशनल हाईवे व अन्य मुख्य मार्गो पर तकरीबन 1.67 करोड़ रुपए खर्च कर 697 खजूर के पेड़ लगाए थे।
विभाग का मानना था कि इनसे मुख्य मार्ग सुंदर लगेंगे व आसपास सुंदर पेड़ शोभा बढ़ाएंगे पर जनता के खून-पसीने की कमाई को अपनी लापरवाही से मिट्टी में मिला दिया। प्रैस कान्फ्रैंस में कहा गया कि 27 जनवरी को डी.सी. को शिकायत की गई तथा इस मामले की जांच करवाने का अनुरोध भी किया था। डी.सी. दफ्तर ने सूचना के अधिकार में बताया कि कुछ शरारती लोगों ने इन पेड़ों को खराब किया, जबकि वन विभाग को डाली आर.टी.आई. के जवाब में यह कहा गया कि ये पेड़ उचित देख-रेख न होने के चलते खराब हुए हैं, क्योंकि इनकी देखरेख के लिए कहीं से सरकार ने पैसे ही नहीं भेजे।
संस्था ने सवाल उठाया कि डी.सी. दफ्तर और वन विभाग के जवाबों में मतभेद हैं। सरकार 1.67 करोड़ रुपए में पेड़ लगवा सकती है तो इनकी देखरेख क्यों नहीं करवा सकती। संस्था के सदस्यों ने कहा कि अगर इस मामले में सरकार ने कड़ी कार्रवाई न की तो इसकी शिकायत लोकपाल से की जाएगी।