Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Mar, 2018 01:42 PM
24 घंटे बीत जाने के बाद भी जालंधर कमिश्नरेट पुलिस शुक्रवार रात को नैशनल हाईवे पर परागपुर के नजदीक सी.आई.ए. (रेलवे पुलिस) लुधियाना में तैनात थानेदार पलविन्द्र सिंह की कार (स्विफ्ट डिजायर) लूटने वाले काले रंग की कार में सवार 4 लुटेरों तक पहुंचने में...
जालंधर (महेश): 24 घंटे बीत जाने के बाद भी जालंधर कमिश्नरेट पुलिस शुक्रवार रात को नैशनल हाईवे पर परागपुर के नजदीक सी.आई.ए. (रेलवे पुलिस) लुधियाना में तैनात थानेदार पलविन्द्र सिंह की कार (स्विफ्ट डिजायर) लूटने वाले काले रंग की कार में सवार 4 लुटेरों तक पहुंचने में नाकाम साबित हुई है। चर्चा इस बात की है कि अगर पुलिस अपने ही विभाग के मुलाजिम के साथ हुई लूट की वारदात को ट्रेस नहीं कर पाई है तो आम जनता ऐसी पुलिस से अपनी सुरक्षा को लेकर क्या आस रख सकती है।
टोपीधारी पिस्तौलों से लैस लुटेरों का शिकार हुए थानेदार पलविन्द्र सिंह बेशक खुद पुलिस अधिकारी हैं लेकिन उनके साथ हुई लूट की वारदात को लेकर उनका पूरा परिवार भी सहमा हुआ है। परिवार के हर सदस्य में इस बात की भी बेचैनी पाई जा रही है कि पलविन्द्र सिंह को लुटेरों ने अपना निशाना क्यों बनाया। डी.सी.पी. इन्वैस्टीगेशन गुरमीत सिंह ने इस वारदात को जहां बहुत ही जल्द ट्रेस कर लेने का दावा किया है वहीं उन्होंने कहा है कि लुटेरों तक पहुंचने के लिए पुलिस की 6 टीमें बनाई गई हैं जोकि अलग-अलग स्थानों पर रेड कर रही हैं।
देर रात को संबंधित पुलिस स्टेशन रामा मंडी के प्रभारी इंस्पैक्टर राजेश ठाकुर अपनी टीम के साथ होशियारपुर में थे। डी.सी.पी. गुरमीत सिंह ने बताया कि नवांशहर, लुधियाना व अमृतसर समेत अन्य जिलों में आते टोल प्लाजों पर भी पुलिस ने जांच की है और वारदात के नजदीक ही अमर फिङ्क्षलग स्टेशन पर लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज को भी खंगाला गया है जिसमें वारदात तो दिखाई दे रही है लेकिन दूरी ज्यादा होने के कारण पूरी तरह से लुटेरों की तस्वीरें साफ नहीं दिखाई दे रही हैं।