Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 11:52 AM
एस.एस.ए. रमसा अध्यापक यूनियन ने सैंट्रल विधानसभा हलका के विधायक राजिन्द्र बेरी को मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के नाम एक स्मरण पत्र सौंपा। इस दौरान यूनियन के जिला प्रधान गुरप्रीत ने कहा कि कै. अमरेन्द्र सिंह ने चुनावों से पहले ठेका अध्यापकों को...
जालंधर(चोपड़ा): एस.एस.ए. रमसा अध्यापक यूनियन ने सैंट्रल विधानसभा हलका के विधायक राजिन्द्र बेरी को मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के नाम एक स्मरण पत्र सौंपा। इस दौरान यूनियन के जिला प्रधान गुरप्रीत ने कहा कि कै. अमरेन्द्र सिंह ने चुनावों से पहले ठेका अध्यापकों को रैगुलर करने व अकाली-भाजपा गठबंधन द्वारा अध्यापकों पर दर्ज झूठे केस रद्द करने का ऐलान किया था परंतु कांग्रेस सरकार को सत्ता में आए 10 महीने हो गए हैं, न तो रमसा अध्यापकों की सेवाएं शिक्षा विभाग में रैगुलर हुईं और न ही झूठे केस रद्द हुए इसलिए पंजाब भर में हरेक विधानसभा हलके के विधायक के माध्यम से मुख्यमंत्री को उनके किए वायदों को याद दिलाने के लिए पत्र भेजे जा रहे हैं।
गुरप्रीत ने कहा कि उनकी भर्ती विभाग के नियमों के अनुरूप हुई है। उन्होंने मांग की कि समूह अध्यापकों, हैडमास्टरों व लैब अटैंडैंट्स को बिना किसी शर्त शिक्षा विभाग में पूरे वेतन व भत्तों सहित रैगुलर किया जाए। रमसा अध्यापकों के रुके वेतन जारी करते हुए 2015 से 2016 का बकाया तुरंत जारी किया जाए। ऐसा न होने तक संघर्ष जारी रखा जाएगा। विधायक राजिन्द्र बेरी ने यूनियन नेताओं से कहा कि कांग्रेस अपने चुनाव घोषणा पत्र में किए सभी वायदों को पूरा करेगी।