Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Mar, 2018 10:29 AM
पंजाब गौ सेवा आयोग ने राजभवन चंडीगढ़ में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ मुलाकात करके उन्हें गौधन को बचाने की गुहार लगाई। महामहिम को गौधन का एक स्वरूप सौंपते हुए आयोग के सदस्यों ने बताया कि देशभर में 18 से 20 लाख गौधन बुरे हालातों में सड़कों पर भटक...
जालंधर(पुनीत): पंजाब गौ सेवा आयोग ने राजभवन चंडीगढ़ में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ मुलाकात करके उन्हें गौधन को बचाने की गुहार लगाई। महामहिम को गौधन का एक स्वरूप सौंपते हुए आयोग के सदस्यों ने बताया कि देशभर में 18 से 20 लाख गौधन बुरे हालातों में सड़कों पर भटक रहा है जिनके उद्धार के लिए उचित कदम उठाए जाएं।
आयोग के पूर्व चेयरमैन कीमती भगत ने बताया कि पिछले समय के दौरान राजा-महाराजाओं, दानी सज्जनों ने गौधन की देखरेख के लिए हजारों-लाखों एकड़ जमीन देशभर में दान में दी थी, जिनके इंतकाल भी गौशालाओं के नाम पर हैं लेकिन इन पर भू-माफिया ने कब्जा जमा रखा है, जिनमें अधिकतर राजनीतिक पाॢटयों से संबंधित नेता हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड व झारखंड में गौ सेवा आयोग कार्य कर रहा है लेकिन अन्य राज्यों में इसकी जरूरत है जिसके प्रति केन्द्र सरकार को उचित कदम उठाने चाहिएं। गौधन को बचाने, उसकी हत्या को रोकने व सही देख-रेख के लिए देश भर में एक कानून बनाना चाहिए।
मौजूदा वाइस चेयरमैन दरगेश शर्मा ने कहा कि गौधन को बचाना समय की आवश्यकता है, इसलिए इसे लेकर सभी को एकजुट होना चाहिए। राष्ट्रपति बनने से पूर्व महामहिम रामनाथ कोविंद को पंजाब की विभिन्न गौशालाओं का दौरा करवाया था, जिसके चलते वह गौधन को बचाने के लिए पूर्ण आश्वासन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि महामहिम कोविंद ने कहा है कि वह जल्द ही प्रधानमंत्री के साथ होने वाली मीटिंग में इस मुद्दे को उठाएंगे। राष्ट्रपति से मिलने वालों में गौसेवा मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी कृष्णानंद महाराज, भाजपा नेता सुभाष भगत, सुरिन्द्र भगत मौजूद रहे।