Edited By Updated: 25 Oct, 2016 01:40 PM
चुनाव आयोग को धोखा देते हुए की गई फर्जी तैनातियों की पंजाब कांग्रेस ने आयोग से गहराई से जांच किए जाने की मांग की है।
चंडीगढ़ : चुनाव आयोग को धोखा देते हुए की गई फर्जी तैनातियों की पंजाब कांग्रेस ने आयोग से गहराई से जांच किए जाने की मांग की है। पार्टी ने बादल सरकार पर चुनाव आयोग द्वारा पंजाब में निष्पक्ष व स्वतंत्र चुनाव करवाने की कोशिशों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया है।
इस क्रम में मीडिया के एक वर्ग में छपी खबरों कि बादल सरकार उक्त मामले में चुनाव आयोग को गुमराह करने का प्रयत्न कर रही है, पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पंजाब प्रदेश कांगे्रस कमेटी ने कहा है कि यदि ये रिपोर्ट सही पाई जाती हैं, तो चुनाव आयोग को तुरंत सरकार के आदेशों को रद्द करते हुए उसके निर्देशों का सरेआम उल्लंघन करने वाले अधिकारियों को सजा देनी चाहिए।
मीडिया रिपोर्टस का जिक्र करते हुए प्रदेश कांग्रेस के नेताओं गुरप्रीत सिंह कंगड़, सुरेन्द्र सिंगला व नत्थूराम ने कहा है कि अकाली सरकार द्वारा चुनावों से पहले सौंपी जानकारी पूरी तरह से आंखों का धोखा थी। इस रिपोर्ट में तय सीमा पूरी कर चुके और अपने गृह जिलों में तैनात पुलिस अधिकारियों को बदलने की बात कही गई है।
प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने मीडिया की रिपोर्टस का जिक्र करते हुए खुलासा किया है कि रिपोर्ट में ऐसे पुलिस वालों को बदलने संबंधी किए गए दावों के विपरीत मामले की सच्चाई यह है कि इन्हें अपने सियासी आकाओं की मर्जी के मुताबिक नई पद बनाकर तैनात कर दिया गया है।
पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि यह सारा ड्रामा सरकार द्वारा चुनावों के दौरान विशेष सियासी फायदे लेने हेतु सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने संबंधी अपनी गलत सोच को पूरा करने हेतु किया गया है। इस दौरान कई मामलों में चुनाव आयोग के निर्देशों के मुताबिक जो पुलिस कर्मचारी शिफ्ट किए गए थे, उन्हें अपने सियासी आकाओं की सेवा करने के लिए फर्जी या वहां उपलब्ध न होने वाली पोस्टों पर तैनात किया गया है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक कई पुलिस कर्मियों को विशेषतौर पर बनाए पदों जैसे कम्प्यूटर सैल, साईबर सैल, कंट्रोल रूम, पुलिस ट्रेनिंग स्कूल, स्पैशन ब्रांच इतयादि में शिफ्ट कर दिया गया है।
पंजाब कांग्रेस के नेताओं ने रविवार को राज्य में चुनाव के पहले के हालातों का जायजा लेने पहुंचे चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान सत्ताधारी अकाली दल द्वारा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का मुद्दा उठाया था। उन्होंने अकालियों के फायदे के लिए बड़े स्तर पर सरकारी फंडों व संसाधनों के दुरुपयोग को रोकने हेतु चुनाव के लिए तैयार पंजाब में तुरंत चुनाव आचार संहिता लागू किए जाने की मांग की थी।
उसी मांग को इस बयान में दोहराते हुए प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि बादल सरकार के ऐसे कदम राज्य का सियासी माहौल बिगाड़ रहे हैं। नेताओं ने कहा कि मौजूदा हालात निष्पक्ष व स्वतंत्र चुनाव करवाने के लिए उचित नहीं हैं और हालातों के हाथों से निकलने से पहले चुनाव आयोग को जल्द से जल्द मामलों की कमांड अपने हाथ में ले लेनी चाहिए।