Edited By Updated: 28 Sep, 2016 11:18 AM
भाजपा के पूर्व सांसद एवं क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू और आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व कन्वीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर में बातचीत जारी है।
चंडीगढ़ (सत्ती, रमनजीत): भाजपा के पूर्व सांसद एवं क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू और आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व कन्वीनर सुच्चा सिंह छोटेपुर में बातचीत जारी है। ऐसे में दोनों में एकजुटता का विकल्प अभी खुला है। हालांकि कांग्रेस भी सिद्धू को जोडऩे के प्रयास में है लेकिन वह फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं।
इस सारे राजनीतिक घटनाक्रम का ध्रुव छोटेपुर बने हुए हैं और सभी एक-दूसरे की रणनीति पर नजर गड़ाए हुए हैं। उच्च स्तरीय सूत्र बताते हैं कि सोमवार को छोटेपुर और सिद्धू की दिल्ली में मीटिंग तय थी लेकिन ऐन वक्त पर आकर छोटेपुर को कार्यक्रम बदलना पड़ा और वह दिल्ली नहीं गए। सूत्र बताते हैं कि छोटेपुर से बातचीत से पहले सिद्धू अपने सहयोगियों परगट सिंह और बैंस ब्रदर्स से विचार-विमर्श करना चाहते थे परंतु यह तय समय में नहीं हो सका। इसके बाद छोटेपुर से गुप्त बैठक में अगली रणनीति तय होनी थी लेकिन सिद्धू गुट की आपसी मीटिंग तय समय में न हो पाने से छोटेपुर दिल्ली नहीं गए। सूत्र बताते हैं कि अब यह बैठक एक हफ्ते के लिए टाल दी गई है। सिद्धू और छोटेपुर में मीटिंग होने के बाद ही चौथे फ्रंट की भावी तस्वीर सामने आ सकेगी।
उधर छोटेपुर का कहना है कि उनकी सिद्धू से न कोई मुलाकात हुई और न ही कोई बातचीत। सूत्र बताते हैं कि चौथे फ्रंट से जुडऩे वाले संभावित नेताओं की नजर छोटेपुर की रणनीति पर लगी हुई है। यही कारण है कि पहले सिद्धू ने पार्टी बनाने से इंकार कर दिया और बाद में सांसद धर्मवीर गांधी की कोशिशें भी सफल नहीं हो सकीं। सभी चाहते हैं कि पहले छोटेपुर पार्टी का गठन करें, इसके बाद ही स्थिति भांपकर अगला कदम रखा जाए। खुफिया एजैंसियों का मानना है कि सिद्धू भले ही स्टार प्रचारक हो सकते हैं लेकिन इस स्थिति में नहीं हैं कि वह अकेले पार्टी खड़ी कर सकें जबकि छोटेपुर का जमीनी स्तर पर आधार है और उनके पास कार्यकत्र्ता व नेता भी हैं।