Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Mar, 2018 12:33 PM
सरकार द्वारा डाक्टरों की सर्वोच्च संस्था मैडीकल कौंसिल ऑफ इंडिया (एम.सी.आई.) को भंग करके नैशनल मैडीकल कमीशन (एन.एम.सी.) बनाने के बिल के खिलाफ इंडियन मैडीकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) जालंधर ने रविवार को साइकिल रैली निकाली।आई.एम.ए. हैडक्वार्टर के...
जालंधर(रत्ता): सरकार द्वारा डाक्टरों की सर्वोच्च संस्था मैडीकल कौंसिल ऑफ इंडिया (एम.सी.आई.) को भंग करके नैशनल मैडीकल कमीशन (एन.एम.सी.) बनाने के बिल के खिलाफ इंडियन मैडीकल एसोसिएशन (आई.एम.ए.) जालंधर ने रविवार को साइकिल रैली निकाली।आई.एम.ए. हैडक्वार्टर के निर्देशानुसार निकाली गई इस रैली को जवाहर पार्क जालंधर कैंट से डी.आई.जी. पंजाब पुलिस डा. एस.के. कालिया व आई.एम.ए. जालंधर के प्रधान डा. मुकेश गुप्ता ने झंडी देकर रवाना किया।
रैली में शामिल डाक्टर्ज कैंट रोड, डिफैंस कालोनी होते हुए पंजाब इंस्टीच्यूट ऑफ मैडीकल साइंसिज (पिम्स) गढ़ा रोड पहुंचे और वहां मैडीकल स्टूडैंट्स को एन.एम.सी. के नुक्सान बारे विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए प्रधान डा. गुप्ता ने बताया कि भारत में अब तक मैडीकल शिक्षा, मैडीकल कालेजों व डाक्टर्ज की रजिस्ट्रेशन जैसे काम एम.सी.आई. करती थी और अब अगर एन.एम.सी. बिल पास हो गया तो उक्त सभी मैडीकल सेवाओं संबंधी नीतियां बनाने की कमान कमीशन के हाथ होगी।
डा. गुप्ता ने बताया कि एम.सी.आई. में हर राज्य से चुने जाते डाक्टरों के प्रतिनिधि होते थे जबकि एन.एम.सी. में नेताओं द्वारा नॉमिनेट किए गए नॉन-मैडीकल प्रोफैशन के लोग होंगे। इस बिल के पास होने से जहां चिकित्सा सेवाएं महंगी होंगी वहीं मैडीकल कॉलेजों के फीसें भी बढ़ जाएंगी। रैली वहां से चलकर गुरजैपाल नगर होती हुई मॉडल टाऊन में गीता मंदिर के साथ वाली गली में डा. रमन गुप्ता के निवास पर आकर सम्पन्न हो गई। वहां विधायक परगट सिंह व कई डाक्टर उपस्थित थे।