Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Jan, 2018 09:44 AM
रेलवे गार्ड्स अपनी मांगों को लेकर रोष स्वरूप 20 जनवरी तक काले बिल्ले लगाकर ड्यूटी करेंगे। उन्होंने कहा कि गार्ड्स सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि रेलवे विभाग द्वारा उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इसके चलते ऑल इंडिया गार्ड...
जालंधर(गुलशन): रेलवे गार्ड्स अपनी मांगों को लेकर रोष स्वरूप 20 जनवरी तक काले बिल्ले लगाकर ड्यूटी करेंगे। उन्होंने कहा कि गार्ड्स सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं क्योंकि रेलवे विभाग द्वारा उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इसके चलते ऑल इंडिया गार्ड कौंसिल ने गार्ड व ड्राइवर लॉबी के सामने समूह रनिंग स्टाफ सदस्यों के साथ विरोध प्रदर्शन किया।
गार्ड कौंसिल के केंद्रीय नेतृत्व के सदस्य बृजेश कुमार ने कहा कि ई.ओ.टी.टी. (एंड ऑफ टे्रन ट्रेनिंग) मशीन लगाकर गार्ड को मालगाड़ी से हटाने की योजना बनाई जा रही है जबकि सुरक्षा की दृष्टि से ट्रेन के साथ गार्ड का होना जरूरी है क्योंकि अकेले ड्राइवर के सहारे ट्रेन चलाना काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि मशीन का काम है ड्राइवर को बताना कि सभी डिब्बे एक साथ चल रहे हैं लेकिन सफर के दौरान ट्रेन के पहिया जाम होने, कोई हादसा होने या कोई और कमी पेशी नजर आने पर गार्ड द्वारा ही जानकारी दी जाती है। निजीकरण को बढ़ावा देने के लिए सरकार रेलवे कर्मचारियों के साथ धक्केशाही कर रही है।
गार्ड कौंसिल जालंधर ब्रांच के प्रधान प्रशांत कुमार ने कहा कि 7वें पे-कमीशन में रङ्क्षनग स्टाफ के किलोमीटर भत्ते को लागू नहीं किया जा रहा। नई पैंशन योजना खत्म करके पुरानी पैंशन योजना लागू की जाए। इस संबंध में पिछले दिनों फैडरेशन के अधिकारियों और रेलवे बोर्ड में एक बैठक भी हुई थी जोकि सिरे नहीं चढ़ी इसलिए ऑल इंडिया गार्ड कौंसिल द्वारा 18 से 20 जनवरी तक विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। अगर फिर भी उनकी मांगें नहीं मानी गई तो 20 फरवरी को रेलवे की सभी डिवीजनों के प्रबंधकों के कार्यालयों के समक्ष धरना दिया जाएगा।