Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jan, 2018 12:44 PM
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यात्रियों को अपनी जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करने के लिए अब बॉलीवुड फिल्मों के चर्चित दृश्यों का सहारा लेना शुरू किया है। हाल ही में उन्होंने ट्विटर पर एक जागरूकता अभियान के तहत उन्होंने बॉलीवुड की चर्चित फिल्म...
जालंधर(गुलशन अरोड़ा): केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यात्रियों को अपनी जिम्मेदारी के प्रति जागरूक करने के लिए अब बॉलीवुड फिल्मों के चर्चित दृश्यों का सहारा लेना शुरू किया है। हाल ही में उन्होंने ट्विटर पर एक जागरूकता अभियान के तहत उन्होंने बॉलीवुड की चर्चित फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे’ के दृश्य दिखलाकर समझाने की कोशिश की है कि न तो हीरोइन सिमरन की तरह चलती ट्रेन में चढऩे का प्रयास करें और न ही नीले गगन तले पटरियों पर शौच करें। इसके अलावा उन्होंने कोच के दरवाजे के बीच खड़े होकर सफर करने को भी खतरनाक बताया है। उल्लेखनीय है कि हिन्दी फिल्मों के डायलॉग और गानों के दृश्यों के जरिए रेल मंत्री ने यात्रियों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए ट्विटर पर एक नया अभियान शुरू किया है जिसे ‘रेलवे के झरोखे से’ नाम दिया गया है। उनका कहना है कि इसमें अन्य लोगों को भी जोड़कर उनकी राय ली जाएगी।
न सिमरन न- इस ट्विट में रेल मंत्री ने फिल्म डी.डी.एल.जे. के उस आखिरी सीन को दिखाया है जिसमें सिमरन (काजोल) भागते हुए टे्रन की खिड़की में खड़े राज (शाहरुख खान) का हाथ पकड़ कर टे्रन में चढऩे की कोशिश कर रही है। इस ट्वीट को उन्होंने न सिमरन न का नाम दिया है। इस दृश्य से यात्रियों को चलती टे्रन में न चढऩे के लिए समझाया गया है।
नीले गगन के तले...- इस ट्वीट के जरिए उन्होंने स्वच्छता का संदेश देते हुए रेल पटरियों पर शौच न करने के लिए समझाया है। इस पर लिखा है कि ‘नीले गगन के तले’ पटरियों पर शौच करना खतरनाक साबित हो सकता है।
जिंदगी मौत न बन जाए...- इस ट्वीट में उन्होंने यात्रियों को टे्रन के दरवाजों में लटक कर यात्रा करते हुए दिखाया है। इस पर लिखा है,‘जिंदगी मौत न बन जाए, संभालो यारों।’ इसमें रेल नियमों का पालन करने का संदेश दिया गया है ताकि यात्री सुरक्षित अपने परिजनों तक पहुंच सकें।
घर आ जा परदेसी...- इस ट्वीट में एक महिला यात्री को प्लेटफार्म पर बैठकर इंतजार करते हुए दिखाया गया है जिस पर लिखा है ‘घर आ जा परदेसी, तेरा देश बुलाए रे।’ इसका मतलब त्यौहारों के मौसम में भारतीय रेल करवाए अपनों से मिलन।