Edited By Updated: 25 Jul, 2016 08:26 PM
कांग्रेस ने कहा है कि तीस करोड़ के नकली कीटनाशक घोटाले मामले में नौ महीने के बाद भी किसी आरोपियों पर कोई कार्रवाई...
जालंधर: कांग्रेस ने कहा है कि तीस करोड़ के नकली कीटनाशक घोटाले मामले में नौ महीने के बाद भी किसी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस मामले में सात अक्तूबर 2015 को मोहाली में मामला दर्ज किया गया था जिसमें कृषि निदेशक मंगल सिंह को गिरफ्फ्तार किया गया था। जाखड़ ने कहा कि उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने नौ अक्तूबर को ही कृषि मंत्री तोता सिंह को क्लीन चिट देते हुए निर्दोष करार दिया था। उन्होंने कहा कि बङ्क्षठडा में कपास की फसल को जो सफेद मक्खी के कारण नुकसान होना बताया जा रहा है वह केवल नकली कीटनाशकों के ही कारण हुआ है। नकली कीटनाशक के कारण मक्खियां मरी नहीं।
उन्होंने कहा कि फसलों को नुकसान होने के कारण इस वर्ष मार्च माह तक कुल 54 किसान आत्महत्या कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब अगर कोई किसान आत्महत्या करता है तो उसके लिए पंजाब सरकार जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा कि 2014 के विधानसभा चुनावों के समय शिरोमणि अकाली दल(शिअद) द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में लोगों से चौबीस वायदे किए थे जिनमें से एक आत्महत्या कर रहे किसानों के पीड़ित परिवारों को दो लाख रूपए मुआवजा तथा सरकारी नौकरी देने का वायदा किया गया था लेकिन आज तक एक भी पीड़ित परिवार को न तो मुआवजा मिला है और न ही नौकरी दी गई है।
उन्होंने बताया कि केन्द्र मे कांग्रेस की सरकार के समय विभिन्न प्रकार की सब्सिडी के लिए 3500 करोड़ रूपए दिए गए थे जिसे अब भाजपा सरकार ने कम कर आधा कर दिया है लेकिन शिअद इसके खिलाफ आवाज नहीं उठा पाई। इसके अतिरिक्त फसली विभिन्नता के तहत केन्द्र से दस हजार करोड़ रूपए मिलने थे लेकिन अभी तक पंजाब सरकार यह राशि प्राप्त नहीं कर पाई है।